हर किसी का सपना होता है अपनी कार खरीदने का, लेकिन बढ़ती कीमतों के चलते यह सपना अधूरा रह जाता है। यहां तक कि सस्ती कारें भी लाखों रुपये में आती हैं। लोन लेना एक विकल्प हो सकता है, लेकिन ईएमआई समय पर चुकाने की चुनौती बनी रहती है। यदि आपकी सैलरी ₹50,000 है, तो आपको ऐसी कार चुननी चाहिए जो आपके बजट में फिट हो और ईएमआई का बोझ कम डाले।
50,000 सैलरी में कार खरीदने के लिए प्लानिंग
भारत में नौकरीपेशा लोगों के लिए सैलरी फिक्स होती है, जिसमें घर और बच्चों की जरूरतों को भी पूरा करना होता है। इसलिए कार खरीदने से पहले सही योजना बनाना जरूरी है।
कौन-सी कारें होंगी आपके बजट में फिट?
₹50,000 की मासिक सैलरी पर ऐसी कारें चुनें जो किफायती हों और जिनकी ईएमआई कम हो। उदाहरण के तौर पर, ₹4 लाख से ₹6 लाख की कीमत वाली कारें आपकी आवश्यकता और बजट के हिसाब से सही रहेंगी।
उपलब्ध कार विकल्प:
- मारुति सुजुकी ऑल्टो:
एक भरोसेमंद और किफायती विकल्प, जो कम मेंटेनेंस और बेहतर माइलेज देती है। - मारुति एस-प्रेसो:
स्टाइलिश डिजाइन और उन्नत फीचर्स के साथ एक कॉम्पैक्ट कार। - मारुति सेलेरियो:
किफायती, ईंधन कुशल, और फैमिली कार के लिए उपयुक्त।
उदाहरण: कार खरीदने की लागत और ईएमआई
अगर आप ₹4.5 लाख ऑन-रोड कीमत वाली कार खरीदने का प्लान बनाते हैं, तो इसका बजट ऐसे सेट कर सकते हैं:
- डाउन पेमेंट:
₹1 लाख का डाउन पेमेंट करें। - लोन की राशि:
आपको ₹3,55,254 का लोन लेना होगा। - ब्याज दर और अवधि:
- ब्याज दर: 9%
- लोन अवधि: 7 साल
- मासिक ईएमआई:
इस लोन पर आपकी मासिक किस्त करीब ₹5,176 होगी।
कार खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें
- बजट का सही आकलन करें:
- ईएमआई और अन्य खर्चों को अपनी सैलरी के 20-25% तक सीमित रखें।
- बच्चों की पढ़ाई, घर के खर्च, और इमरजेंसी फंड को ध्यान में रखें।
- फ्यूल और मेंटेनेंस:
- फ्यूल-कुशल कार चुनें।
- कम मेंटेनेंस वाली कारें लंबे समय में सस्ती पड़ती हैं।
- लोन की शर्तें:
- ब्याज दर की तुलना करें।
- लोन अवधि को अपनी भुगतान क्षमता के अनुसार चुनें।
- बीमा और रजिस्ट्रेशन:
- कार की कुल लागत में बीमा और रजिस्ट्रेशन फीस शामिल करें।