मोबाइल ऐप्स ने हमारे जीवन को बेहद आसान बना दिया है। मनोरंजन हो, खरीदारी, या घर के काम—हर चीज़ के लिए आज ऐप्स मौजूद हैं। लेकिन इस बढ़ती डिजिटल निर्भरता ने साइबर अपराधियों को भी सक्रिय कर दिया है। ये जालसाज ऐप्स के जरिए लोगों को ठगते हैं और उनकी मेहनत की कमाई पलक झपकते ही उड़ा लेते हैं। खासतौर पर टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर होने वाले स्कैम को लेकर सरकार ने हाल ही में चेतावनी जारी की है। आइए जानते हैं कैसे ये स्कैम होते हैं और इनसे बचने के उपाय।
टेलीग्राम पर कैसे होते हैं स्कैम?
दूरसंचार विभाग (DoT) ने एक वीडियो के जरिए बताया है कि टेलीग्राम पर स्कैमर्स किस तरह से लोगों को निशाना बना रहे हैं।
- फर्जी चैनल और ग्रुप: स्कैमर्स बड़ी कंपनियों के नाम से फर्जी चैनल या ग्रुप बनाते हैं।
- ऑनलाइन पैसे कमाने का लालच: स्कैमर्स ऐसे ऑफर देते हैं जो अविश्वसनीय रूप से आकर्षक होते हैं, जैसे ऑनलाइन काम करके मोटी कमाई।
- लॉटरी और गिफ्ट कार्ड स्कैम: फर्जी लॉटरी जीतने के संदेश भेजते हैं या महंगे गिफ्ट कार्ड खरीदने का दबाव डालते हैं।
- फर्जी लिंक: स्कैमर्स फर्जी वेबसाइट्स के लिंक शेयर करते हैं, जिन पर क्लिक करते ही आपका डेटा चोरी हो सकता है।
DoT India ने चेतावनी दी है:
“कोई ऐसा दावा कर रहा है तो सतर्क रहें। इन फर्जी संदेशों और ऑफर्स से बचें और दूसरों को भी सावधान करें।”
साइबर क्राइम: बढ़ता खतरा
देश में साइबर क्राइम के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। जालसाज मोबाइल ऐप्स, ईमेल, फोन कॉल्स, और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके लोगों को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।
- डिजिटल ठगी: अनधिकृत ट्रांजेक्शन और डिजिटल धोखाधड़ी के मामलों में तेजी आई है।
- चोट पहुंचाने वाली लापरवाही: किसी भी लापरवाही से बड़ी आर्थिक हानि हो सकती है।
Telegram पर SCAM‼️
कोई ये दावे कर रहा है तो, हो जाएं ALERT pic.twitter.com/dD9Gj1ULyd
— DoT India (@DoT_India) December 22, 2024
साइबर अपराध से बचने के टिप्स
साइबर अपराध से बचने के लिए सतर्कता बेहद जरूरी है। यहां कुछ आसान लेकिन प्रभावी सुझाव दिए गए हैं:
1. संदिग्ध लिंक या मैसेज से बचें
- किसी अनजान लिंक, वेबसाइट, या मैसेज पर क्लिक न करें।
- ऐसे ईमेल और मैसेज को तुरंत डिलीट कर दें।
2. निजी जानकारी साझा न करें
- किसी के साथ OTP, बैंक डिटेल्स, या अन्य संवेदनशील जानकारी साझा न करें।
- अगर कोई इस जानकारी की मांग करता है, तो इसे नजरअंदाज करें।
3. आधिकारिक सोर्स से ऐप डाउनलोड करें
- हमेशा गूगल प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से ही ऐप्स डाउनलोड करें।
- अनाधिकृत और थर्ड-पार्टी सोर्स से ऐप्स इंस्टॉल करने से बचें।
4. साइबर अपराध की रिपोर्ट करें
- अगर साइबर क्राइम का शिकार हो जाएं, तो इसे छिपाएं नहीं।
- तुरंत पुलिस या साइबर सेल को सूचित करें।