सीटी स्कैन कैसे काम करता है?
सीटी स्कैन में, एक्स-रे मशीन आपके शरीर के चारों ओर घूमती है, और एक्स-रे किरणें आपके शरीर से होकर गुजरती हैं। इन किरणों को कंप्यूटर द्वारा पहचाना जाता है और एक 3D छवि बनाई जाती है। इस छवि की मदद से, डॉक्टर आपके शरीर के अंदर की स्थिति देख सकते हैं।
सीटी स्कैन के लाभ
* सीटी स्कैन से कई बीमारियों का पहले ही पता लगाया जा सकता है। इससे इलाज शुरू करने में मदद मिलती है।
*सीटी स्कैन से प्राप्त तस्वीरें बहुत विस्तृत होती हैं। इससे डॉक्टर को बीमारी के बारे में ज़्यादा जानकारी मिल सकती है।
*सीटी स्कैन करवाने में ज्यादा समय नहीं लगता। यह एक तेज़ टेस्ट है।
सीटी स्कैन के दुष्प्रभाव
वैसे तो सीटी स्कैन एक बहुत ही उपयोगी तकनीक है, लेकिन इसके कुछ साइड इफ़ेक्ट भी हैं। एक्स-रे विकिरण के संपर्क में आने से कैंसर का खतरा थोड़ा बढ़ सकता है। इसलिए डॉक्टर सीटी स्कैन तभी करवाने की सलाह देते हैं जब ज़रूरी हो।
आपको सीटी स्कैन कब करवाना चाहिए?
सीटी स्कैन तभी करवाना चाहिए जब डॉक्टर इसकी सलाह दें। अगर आपको किसी तरह की परेशानी है तो डॉक्टर आपको बताएंगे कि सीटी स्कैन करवाना जरूरी है या नहीं।