UP में संविदा ड्राइवरों और कंडक्टरों का बढ़ा मानदेय, प्रोत्साहन राशि में भी बढ़ोतरी

Uttar Pradesh News

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) ने संविदा पर काम करने वाले ड्राइवरों और कंडक्टरों के मानदेय में वृद्धि का ऐलान किया है। यह कदम 35,000 से अधिक संविदा कर्मचारियों के लिए राहतभरा है। मानदेय बढ़ाने के साथ-साथ प्रोत्साहन भत्ता योजना में भी बदलाव किया गया है, जिससे कर्मचारियों को और अधिक लाभ मिलेगा।

ड्राइवर और कंडक्टर के मानदेय में बढ़ोतरी

UPSRTC ने संविदा ड्राइवरों और कंडक्टरों के पारिश्रमिक को प्रति किलोमीटर के आधार पर संशोधित किया है।

  • ड्राइवर: पहले प्रति किलोमीटर 1.89 रुपये मिलते थे, जो अब बढ़कर 2.06 रुपये हो गए हैं।
  • कंडक्टर: पहले 1.89 रुपये प्रति किलोमीटर मिलते थे, जिसे बढ़ाकर 2.02 रुपये कर दिया गया है।
  • दैनिक कमाई में वृद्धि: औसतन 600 किलोमीटर चलने वाली बसों के ड्राइवर और कंडक्टर की दैनिक कमाई में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी।

फायदा:

  • इस वेतन वृद्धि से रोडवेज के संविदा ड्राइवरों और कंडक्टरों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
  • लंबे समय से चल रही भर्ती में बाधा को दूर करने में मदद मिलेगी, क्योंकि कम वेतन के चलते लोग संविदा पर काम करने से कतरा रहे थे।

कुछ क्षेत्रों पर लागू नहीं होगा यह आदेश

हालांकि, यह आदेश सभी संविदा कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा।

  • छूट वाले क्षेत्र:
    • नोएडा नगरीय सेवाएं
    • गोरखपुर क्षेत्र: सोनौली, महाराजगंज और सिद्धार्थनगर डिपो
  • इन क्षेत्रों के कर्मचारियों का वेतन पहले ही 2.18 रुपये प्रति किलोमीटर है, इसलिए उन्हें इस आदेश से कोई लाभ नहीं मिलेगा।

प्रोत्साहन भत्ता: नई प्रणाली लागू

UPSRTC ने प्रोत्साहन भत्ता योजना में भी संशोधन किया है, जिससे कर्मचारियों को उनकी सेवा के आधार पर अतिरिक्त लाभ मिलेगा।

  • योग्यता:
    • ड्राइवर को 2 वर्ष और कंडक्टर को 4 वर्ष तक लगातार सेवा देनी होगी।
    • प्रत्येक वर्ष 288 दिन की ड्यूटी पूरी करनी होगी।
    • लक्ष्य के तहत 7800 किलोमीटर (उत्तम योजना) और 66,000 किलोमीटर (सर्वश्रेष्ठ योजना) पूरा करना आवश्यक है।
  • भत्ता:
    • बेहतर प्रदर्शन वाले कर्मचारियों को उत्तम और सर्वश्रेष्ठ योजनाओं के तहत प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

कर्मचारियों में मिली-जुली प्रतिक्रिया

हालांकि यह कदम कई कर्मचारियों के लिए राहतभरा है, लेकिन कंडक्टरों के वेतन में केवल 7% की वृद्धि (ड्राइवरों के 9% के मुकाबले) ने नाराजगी पैदा की है।

  • संविदा कर्मचारी संघ का बयान:
    • संविदा चालक परिचालक कर्मचारी संघर्ष यूनियन के प्रदेश महामंत्री कन्हैया लाल पांडेय और संयोजक मो. जमाल ने वेतन में दो प्रतिशत की कमी पर नाराजगी जताई।
    • उनका कहना है कि संविदा कर्मचारियों को समान दर पर पारिश्रमिक मिलना चाहिए।

फैसले का व्यापक प्रभाव

इस वेतन वृद्धि का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि संविदा ड्राइवरों और कंडक्टरों के प्रति किलोमीटर पारिश्रमिक में वृद्धि से उनकी आय स्थिर होगी और नौकरी के प्रति आकर्षण बढ़ेगा।

  • भर्ती प्रक्रिया में सुधार: नए मानदेय से रोडवेज के लिए संविदा पर अधिक योग्य उम्मीदवारों को आकर्षित करना आसान होगा।
  • सेवा की गुणवत्ता में सुधार: कर्मचारी संतोष से परिवहन सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होने की संभावना है।