Home Loan EMI & SIP: कैसे सिर्फ 20% निवेश से आप चुकाया गया ब्याज भी वापस पा सकते हैं? जानिए कमाल का फॉर्मूला

Home Loan EMI & SIP: कैसे सिर्फ 20% निवेश से आप चुकाया गया ब्याज भी वापस पा सकते हैं? जानिए कमाल का फॉर्मूला
Home Loan EMI & SIP: कैसे सिर्फ 20% निवेश से आप चुकाया गया ब्याज भी वापस पा सकते हैं? जानिए कमाल का फॉर्मूला

घर खरीदना हम सभी का सपना होता है, लेकिन अक्सर यह सपना बैंक लोन के बिना पूरा नहीं हो पाता। हालांकि, घर खरीदते वक्त एक सबसे बड़ी चिंता होती है – EMI के साथ आने वाला भारी ब्याज। खासतौर पर जब लोन टेन्योर लंबा होता है, तो ब्याज की राशि मूलधन से भी ज्यादा हो जाती है। लेकिन क्या हो अगर यही ब्याज आपको वापस मिल जाए?

आपने सही पढ़ा – आप अपने होम लोन के ब्याज को वापस पा सकते हैं, और वो भी बिना जोखिम लिए, बस एक स्मार्ट फाइनेंशियल प्लानिंग से।

क्या है यह चमत्कारी तरीका?

आपको सिर्फ अपनी होम लोन EMI का 20% हिस्सा एक SIP (Systematic Investment Plan) में लगाना है। SIP म्यूचुअल फंड का एक तरीका है जिसमें आप हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करते हैं। अगर आपने अपने लोन की अवधि के बराबर समय तक निवेश किया, तो मैच्योरिटी पर मिलने वाला रिटर्न आपके द्वारा चुकाए गए ब्याज से कहीं ज्यादा होगा।

आइए इसे एक उदाहरण से समझते हैं:

लोन डिटेल्स:

  • लोन राशि: ₹30 लाख

  • अवधि: 20 साल

  • ब्याज दर: 9.25%

  • मासिक EMI: ₹27,476

  • कुल चुकाई गई राशि: ₹65,94,241

  • कुल ब्याज: ₹35,94,241

अब अगर आप इस EMI का 20% यानी ₹5,495 प्रति माह SIP में निवेश करते हैं और सालाना औसत 12% रिटर्न मानते हैं (जो लंबी अवधि के इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में संभव है), तो:

  • कुल निवेश: ₹13,18,800

  • मैच्योरिटी वैल्यू: ₹54,90,318

  • नेट प्रॉफिट: ₹41,71,518

इसका मतलब: आपने बैंक को ब्याज में ₹35,94,241 चुकाए और SIP से कमाया ₹41,71,518। यानी ब्याज की पूरी भरपाई + ₹5,77,277 का अतिरिक्त फायदा।

SIP क्यों है स्मार्ट चॉइस?

  • कम जोखिम, ज्यादा फायदा: लंबे समय तक निवेश करने पर म्यूचुअल फंड्स में जोखिम कम हो जाता है।

  • टैक्स में भी राहत: SIP निवेश पर टैक्स बेनिफिट्स मिल सकते हैं, खासकर ELSS फंड्स में।

  • इंफ्लेशन बीटिंग रिटर्न: बैंकों की FD से कहीं बेहतर रिटर्न।

क्या करें? कैसे करें?

  1. EMI तय होते ही SIP शुरू करें
    जितना जल्दी शुरू करेंगे, उतना ज्यादा फायदा।

  2. इक्विटी म्यूचुअल फंड चुनें
    लंबी अवधि के लिए यह ज्यादा रिटर्न देता है।

  3. SIP को लोन टेन्‍योर तक चालू रखें
    20 साल के लिए अनुशासन से निवेश करें।

  4. रिटर्न को दोबारा निवेश करें (Reinvest)
    कंपाउंडिंग का जादू तभी दिखेगा जब आप रिटर्न निकालेंगे नहीं।

अगर EMI ज्यादा है तो क्या करें?

अगर आपकी EMI बड़ी है और 20% SIP देना मुश्किल लगता है, तो आप इसे धीरे-धीरे शुरू कर सकते हैं। उदाहरण:

  • शुरुआत में EMI का 10% SIP शुरू करें

  • हर साल 10-15% SIP अमाउंट बढ़ाएं (Step-up SIP)