
होली के त्यौहार के मद्देनजर हैदराबाद पुलिस ने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी तरह की अव्यवस्था से बचने के लिए शहर में होली समारोह के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। दिशा-निर्देशों के अनुसार, बिना सहमति के किसी भी व्यक्ति पर रंग या पानी फेंकना पूरी तरह प्रतिबंधित है। हैदराबाद सिटी पुलिस ने 14 मार्च को होली के त्योहार से पहले सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ये सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं।
रंग या पानी फेंकने पर प्रतिबंध
दिशा-निर्देशों के अनुसार, बिना सहमति के किसी पर पेंट या पानी फेंकना, बिना सहमति के वाहनों या सार्वजनिक स्थानों पर पेंट करना तथा सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित करने वाले वाहनों की आवाजाही पर सख्त प्रतिबंध है।
शहर के पुलिस आयुक्त सी.वी. आनंद द्वारा 11 मार्च 2025 को जारी आदेश में कहा गया है कि यह आदेश 13 मार्च 2025 की शाम छह बजे से 15 मार्च 2025 तक प्रभावी रहेगा।
सुबह 6 बजे तक प्रभावी
ये दिशानिर्देश हैदराबाद सिटी पुलिस अधिनियम की धारा 22 के तहत जारी किए गए हैं। इसके तहत पुलिस आयुक्त को शांति एवं सार्वजनिक सुरक्षा बनाए रखने के लिए जुलूसों और सभाओं को रोकने तथा कानून व्यवस्था बनाए रखने के आदेश जारी करने का अधिकार है। उल्लंघनकर्ताओं पर हैदराबाद सिटी पुलिस अधिनियम, 1348 की धारा 76 के तहत मुकदमा चलाया जाएगा, जिसमें विरोध प्रदर्शन को प्रोत्साहित करने या निर्देशों का पालन करने से इनकार करने और कर्फ्यू का उल्लंघन करने जैसे अपराधों के लिए विभिन्न दंडों का प्रावधान है।
भाजपा ने इसे हिंदू विरोधी फैसला बताया
गोशामहल से भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने तेलंगाना में कांग्रेस नीत सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से हिंदू मंदिरों पर हमले हो रहे हैं और हिंदू त्योहारों पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने होली समारोह पर प्रतिबंध की आलोचना की है और सरकार को हिंदुओं के प्रति पक्षपाती बताया है।
इससे पहले, तेलंगाना सरकार ने हैदराबाद झील में भगवान गणेश की मूर्तियों के विसर्जन पर प्रतिबंध लगा दिया था और दिवाली समारोह पर प्रतिबंध लगाने संबंधी दिशानिर्देश भी जारी किए थे। राजा सिंह ने तर्क दिया कि रमजान के दौरान लोगों की बड़ी भीड़ और देर रात तक चलने वाली गतिविधियों के बावजूद, इस तरह के प्रतिबंध नहीं लगाए गए।
मुख्यमंत्री की तुलना निजाम से की
राजा सिंह ने कांग्रेस नीत सरकार और मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाया और उनकी तुलना निजाम से की। भाजपा विधायक ने कहा कि कांग्रेस आज यही बात कहने की कोशिश कर रही है और हमारे तेलंगाना राज्य के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि मैं आठवां नहीं बल्कि नौवां निजाम हूं क्योंकि आठवें निजाम केसीआर (पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव) थे। उन्होंने कहा कि निजाम की आदत हिंदुओं पर अत्याचार करने की थी, उसका काम हिंदू त्योहारों पर प्रतिबंध लगाना था।