हिसार, 7 अगस्त (हि.स.)। गुरू जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि तीज का त्यौहार एक तरफ हमें प्रेम- भाईचारा और रिश्तों की मधुरता का संदेश देता है वहीं दूसरी ओर पर्यावरण संरक्षण की प्ररेणा भी देता है। तीज पर डाले जाने वाले झूले पेड़ों के महत्व को बताते हैं।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई बुधवार को विश्वविद्यालय के बागवानी विभाग के सौजन्य से हरियाली तीज के उपलक्ष्य में आयोजित वन महोत्सव में पौधारोपण के बाद संबोधन दे रहे थे।
उन्होंने विश्वविद्यालय के नए परिसर के ई टाइप मकानों के सामने पार्क में किजेरिया पिनाटा का पौधा रोपित करके वनमहोत्सव का शुभारंभ किया। अध्यक्षता बागवानी विभाग के निदेशक प्रो. नीरज दिलबागी ने की। कुलपति ने इस अवसर पर अपने संदेश में कहा कि गुरू जंभेश्वर जी महाराज के सिद्धांतों पर चल रहा यह विश्वविद्यालय पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अग्रणी योगदान दे रहा है। विश्वविद्यालय न केवल प्रति वर्ष हजारों पौधे रोपित करता है, बल्कि उनका संरक्षण भी करता है। यही कारण है कि हरियाली के मापदंड पर भी यह विश्वविद्यालय देश में अग्रणी स्थान रखता है। कुलसचिव प्रो. विनादे छोकर ने इस आयोजन के लिए बागवानी विभाग को शुभकामनाएं दी।
वनमहोत्सव में विश्वविद्यालय परिसर में चंपा, पाम, कनेर तथा टिकोमा आदि के 51 पौधे रोपित किए गए। चल रहे मानसून सीजन में विश्वविद्यालय का बागवानी विभाग परिसर में अब तक दो हजार से अधिक पौधे रोपित कर चुका है। पौधारोपण में विश्वविद्यालय यूथ रैडक्रास इकाई का सहयोग भी रहा।
इस अवसर पर कुलपति के तकनीक सलाहकार प्रो. संदीप राणा, कार्यकारी अभियंता रघुबीर सिंह सुंडा, यूथ रैडक्रास इकाई के संयोजक डा. महाबीर प्रसाद, एसडीओ राजेश ढांडा तथा एडवाइजर पालाराम सहित विश्वविद्यालय शिक्षकगण, अधिकारी, कर्मचारी तथा स्वयंसेवक उपस्थित रहे।