हिसार: 81 कलशों से किया भगवान तिरुपति का महाभिषेक

हिसार, 22 जून (हि.स.)। दक्षिण भारतीय शैली में निर्मित श्री तिरुपति बालाजी धाम में ज्येष्ठाभिषेक उत्सव धूमधाम से मनाया गया। परम पद प्राप्त जगदगुरु त्रिदंडी जीयर स्वामी श्री महाराज के परम कृपापात्र स्वामी श्री नारायणाचार्य जी महाराज के सानिध्य में शनिवार को यह उत्सव आयोजित किया गया। श्रवण नक्षत्र पर पूरे-विधान व मंत्रोच्चारण के साथ दूध, दही, घी, शहद व गंगाजल आदि से 81 कलशों से भगवान श्री तिरुपति बालाजी का महाभिषेक किया गया।

इस आलौकिक महाभिषेक के दर्शनों के लिए हिसार व आसपास के क्षेत्रों से काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। इस दौरान 81 कलशों के यजमान भी धोती-कुर्ता धारण करके पूजा-अर्चना के लिए धाम में उपस्थित रहे। ज्येष्ठाभिषेक उत्सव के दौरान तिरुपति धाम जय श्रीमन्ननारायण व जय तिरुपति बालाजी के उदघोष से गुंजायमान को उठा।

श्रवण नक्षत्र में भगवान विष्णु के किसी भी रूप की पूजा-अर्चना व आराधना करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख व समृद्धि का समावेश होता है। श्री तिरुपति बालाजी भी भगवान विष्णु का स्वरूप हैं। इसलिए श्रवण नक्षत्र में भगवान तिरुपति के महाभिषेक का विधान है। इसी संदर्भ में श्री तिरुपति बालाजी धाम में महाभिषेक का आयोजन किया गया।

अग्रोहा रोड पर लांधड़ी टोल प्लाजा के पास स्थित श्री तिरुपति बालाजी धाम में ज्येष्ठाभिषेक उत्सव में शामिल होने आए श्रद्धालुओं ने श्री वेंकटेश भगवान जी, श्री पद्मावती माता जी, श्री गोदांबा माता जी, श्री गरुड़ जी, श्री लक्ष्मी नृसिंह जी, श्री सुदर्शन जी, श्री रामानुज स्वामी जी, श्री शठकोप स्वामी जी एवं श्री हनुमान जी के मंदिरों के भी दर्शन किए। उन्होंने यहां स्थापित 42 फुट ऊंचा सोने के श्री गरुड़ स्तंभ, बलिपीठम्, श्री तिरुपति यज्ञशाला व श्रीनिवास गोशाला का भी अवलोकन किया।