हिसार, 10 जुलाई (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय व गीता गुरुकुल यूनिट ऑफ ग्लोबल इंस्पायरेशन इनलाइटमैंट ओरग्नाईजेशन ऑफ भगवदगीता जियो गीता, गीता ज्ञान संस्थानम, केडीबी रोड, कुरूक्षेत्र (गीता ज्ञान संस्थानम) के बीच मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग (एमओयू) हस्ताक्षरित हुआ है। दोनों संस्थान समाज, आध्यात्म व राष्ट्र निर्माण के विभिन्न क्षेत्रों में मिलकर कार्य करेंगे, जिससे दोनों ही संस्थानों के हितधारकों विशेषकर विद्यार्थियों व शोधार्थियों के लिए यह एमओयू अत्यंत लाभदायक होगा। गुजविप्रौवि की ओर से कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई व गीता ज्ञान संस्थानम की ओर से निदेशक प्रो. एमसी कश्यप ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बुधवार को बताया कि गीता ज्ञान संस्थानम एक अत्यंत प्रतिष्ठित शैक्षणिक तथा आध्यात्मिक संस्थान है, जिसमें देशभर से हजारों विद्यार्थी आध्यात्मिक, नैतिक तथा सांस्कृतिक शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। गुजविप्रौवि इस संस्थान के साथ मिलकर युवाओं के विकास की गतिविधियां संचालित करेगा। दोनों ही संस्थान विद्यार्थियों के आध्यात्मिक तथा बौद्धिक विकास के लिए कार्य करेंगे। साथ ही विद्यार्थियों के व्यक्तित्व तथा चरित्र निर्माण के लिए कार्य करते हुए उनमें नेतृत्व क्षमता को विकसित करने के लिए योजनाएं तैयार कर उन्हें क्रियान्वित किया जाएगा। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि इस एमओयू के तहत दोनों संस्थान तनाव प्रबंधन, जीवनशैली प्रबंधन तथा विद्यार्थियों में अच्छी आदतों के विकास के लिए भी कार्य करेंगे।
गीता ज्ञान संस्थानम के निदेशक प्रो. एमसी कश्यप ने बताया कि गुरु जम्भेश्वर जी महाराज के नाम पर स्थापित गुजविप्रौवि शोध, शिक्षा तथा पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अद्भुत कार्य कर रहा है। यह एमओयू दोनों संस्थानों तथा समाज व राष्ट्र निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा। दोनों संस्थान एमओयू के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए मिलकर संगोष्ठियों, कार्यशालाओं, व्याख्यानों, प्रशिक्षण कार्यक्रमों तथा सम्मेलनों का आयोजन करेंगे। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने कहा कि इस एमओयू से दोनों संस्थान एक दूसरे को बराबर का दर्जा देते हुए एक दूसरे के संसाधनों का भी उपयोग कर सकेंगे।
डीन इंटरनेशनल अफेयर्स प्रो. नमिता सिंह व गुरु जम्भेश्वर जी महाराज धार्मिक अध्ययन संस्थान के अध्यक्ष प्रो. किशनाराम बिश्नोई ने भी इस एमओयू को उपयोगी बताया। गुजविप्रौवि की ओर से कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर, डीन इंटरनेशनल अफेयर्स प्रो. नमिता सिंह व सीडीओई के निदेशक प्रो. खजान सिंह ने तथा गीता ज्ञान संस्थानम की ओर से प्रो. किशनाराम बिश्नोई, भौमिक तथा पतंजलि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डा. वाचसपति कुलवा ने गवाह के रूप में हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर एसोसिएट डीन इंटरनेशनल अफेयर्स प्रो. अर्चना कपूर व परीक्षा नियंत्रक प्रो. यशपाल सिंगला भी उपस्थित रहे।