हिसार: तनावपूर्ण जीवन में आंतरिक शांति पाना मायावी खोज की तरह : नरसी राम बिश्नाई

8c2700b2874d2662941d1671af46d50a

हिसार, 14 अक्टूबर (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि आज की भागदौड़ भरी और तनावपूर्ण दुनिया में आंतरिक शांति के पल पाना एक मायावी खोज की तरह लग सकता है। रोजमर्रा की भागदौड़ भरी जिंदगी के बीच एक योग जैसी कला को शामिल करना जो शरीर और मन दोनों को पोषित करे, सर्वोपरी हो जाता है।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई सोमवार को विश्वविद्यालय में स्थापित योग विज्ञान विभाग के अधिकारियों से बातचीत कर रहे थे। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि योग भारत में उत्पन्न एक प्राचीन विज्ञान है, जो दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए आशा और समय कल्याण की किरण बनकर उभरी है।

शारीरिक व्यायाम से परे, योग एक ऐसी जीवन शैली है जो हमारे अस्तित्व के हर पहलू को छूती है। हम अपने दैनिक जीवन में योग द्वारा हमारे शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक कल्याण को सकारात्मक रूप से परिवर्तित किया जा सकता है। योग के इस समसामयिक महत्व को देखते हुए हमने योग विज्ञान विभाग की स्थापना की है। जो विश्वविद्यालय व प्रदेश में योग शिक्षा के प्रचार-प्रसार में अपना अमूल्य योगदान देने का कार्य करेगा।

उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में योग के पाठ्यक्रम फिजियोथेपेरी विभाग के तहत 2018 से चलाए जा रहे थे, जिसमें 2018 में योग पाठ्यक्रम की शुरुआत फिजियोथेरेपी विभाग के अंतर्गत की गई जिसके तहत वर्तमान में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन योगा साइंस एंड थेरेपी एवं 2019 में एमएससी योगा साइंस एंड थेरेपी पाठ्यक्रम की शुरूआत की गई। इस वर्ष से इंटेग्रेटिड बीएससी (ऑनर्स/ऑनर्स विद रिसर्च)-एमएससी इन योगा साइंस एंड थेरेपी (पंचवर्षीय सेमेस्टर सिस्टम) में शैक्षणिक सत्र 2024-25 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार इंटेग्रेटिड बीएससी योग विज्ञान एवं चिकित्सा (पंचवर्षीय सेमेस्टर प्रणाली) का पाठ्यक्रम प्रारम्भ हुआ है लेकिन अब ये समस्त योग के पाठ्यक्रम योग विज्ञान विभाग द्वारा संचालित किए जाएंगे।

फिजियोथेरेपी विभाग की प्रो. शबनम जोशी को योग विज्ञान विभाग की प्रथम अध्यक्षा के रूप में कुलपति द्वारा विभाग की अध्यक्षा का कार्यभार सौंपा गया। नवनियुक्त विभागाध्यक्ष प्रो. शबनम जोशी ने कहा कि हम इस नव स्थापित विभाग द्वारा आने वाले समय में यथा समय यथासंभव विभिन्न योग द्वारा समाज व स्वास्थ्य संरक्षण व संवर्धन के लिए अनेक गतिविधियों का संचालन कर योग विभान विभाग की पहचान विश्वविद्यालय व प्रदेशभर में बनाने का कार्य करेंगे।

इस अवसर पर योग विभान विभाग की अध्यक्षा प्रो. शबनम जोशी व फिजियोथेरेपी विभाग की अध्यक्षा प्रो. जसप्रीत कौर सहित योग विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापकों डा. नवीन कौशिक, निहारिका सिंह रोजरिया, प्रकाश एवं मानव कुमार ने विश्वविद्यालय के कुलपति का धन्यवाद ज्ञापन किया।