हिसार, 5 मई (हि.स.)। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राज्य कके प्रधान मुख्य वन संरक्षक के निर्देशानुसार वन मंडल की ओर से विभिन्न गांवों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम के दौरान प्राण वायु देवता पेंशन स्कीम के तहत चयन किए गए विभिन्न वृक्षों की पूजा कर हर्षोल्लास के साथ मनाया विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया।
वन मंडल अधिकारी रोहताश बिरथल ने बुधवार को बताया कि मुख्य कार्यक्रम गांव मंगाली में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान गांव मंगाली में स्थित 150 वर्ष से भी पुराने पीपल के पेड़ की पूजा की गई। उन्होंने ग्राम वासियों को अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिये प्रेरित करने के साथ-साथ वन विभाग की पौधरोपण से संबंधित स्कीमों बारे विस्तार से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि तापमान बढ़ने के कारण गर्मी का प्रकोप लगातार जारी है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि पर्यावरण को बचाने के लिए काम किए जाएं। धरती को हरी-भरी और स्वस्थ बनाने हेतु हम सबका हर छोटा या बड़ा प्रयास पर्यावरण को बचाने में सहायक हो सकता है। विश्व पर्यावरण दिवस पर हम सब मिलकर अपनी जिम्मेदारी निभाएं। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि तथा उपस्थित अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा भी पर्यावरण को सुरक्षित रखने बारे ग्रामीणों को जागरूक किया गया। विश्व पर्यावरण दिवस आयोजित किए गए विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान ग्रामीणों, पर्यावरण प्रेमियों व वन विभाग स्टाफ द्वारा 249 पेड़ों की पूजा की व आमजन को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया गया। इस अवसर पर कई जगहों पर पौधारोपण भी किया गया। इस अवसर पर गांव मंगाली के सरपंच राजेश कुमार, पूर्व सरपंच राकेश गांधी, पर्यावरण प्रेमी वीरेन्द्र कोशिक, बाबा मुरारी व गांव मंगाली के लगभग 100 से ज्यादा लोगों ने भाग लिया।