भारत की प्रमुख FMCG कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) ने अपने आइसक्रीम कारोबार के प्रस्तावित डिमर्जर के लिए एक नई सहायक कंपनी क्वालिटी वॉल्स (इंडिया) लिमिटेड (KWIL) की स्थापना की है। यह जानकारी कंपनी ने हाल ही में रेगुलेटरी फाइलिंग के जरिए साझा की। नई सब्सिडियरी KWIL का 100% मालिकाना हक HUL के पास होगा।
आइसक्रीम डिमर्जर का निर्णय
हिंदुस्तान यूनिलीवर ने 25 नवंबर, 2024 को अपने आइसक्रीम बिजनेस के डिमर्जर को मंजूरी दी थी। इस डिमर्जर के तहत, HUL के मौजूदा शेयरधारकों को उनकी शेयरहोल्डिंग के अनुपात में KWIL में भी शेयर दिए जाएंगे।
कंपनी के बोर्ड ने यह फैसला एक स्वतंत्र समिति की सिफारिशों के आधार पर लिया। समिति ने बताया कि आइसक्रीम कारोबार का संचालन एक अलग ऑपरेटिंग मॉडल पर आधारित है। इसमें मुख्य रूप से कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर और एक विशेष चैनल नेटवर्क शामिल है, जो HUL के अन्य कारोबार से भिन्न है।
कंपनी के प्रमुख आइसक्रीम ब्रांड्स
HUL के आइसक्रीम कारोबार के तहत लोकप्रिय ब्रांड्स जैसे क्वालिटी वॉल्स, कॉर्नेट्टो, और मैग्नम शामिल हैं। ये ब्रांड्स भारत में आइसक्रीम मार्केट में मजबूत पकड़ रखते हैं और ग्राहकों के बीच काफी लोकप्रिय हैं।
डिमर्जर का उद्देश्य
डिमर्जर का मुख्य उद्देश्य आइसक्रीम कारोबार को अधिक स्वतंत्रता और विशिष्ट रणनीतिक ध्यान देना है। समिति ने बताया कि आइसक्रीम बिजनेस का अलग ऑपरेटिंग मॉडल और इंफ्रास्ट्रक्चर HUL के अन्य उत्पाद पोर्टफोलियो के साथ तालमेल में सीमित भूमिका निभा रहा था। इस कदम से दोनों व्यवसाय अपनी-अपनी क्षमता को बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर सकेंगे।
क्या है KWIL का भविष्य?
KWIL के गठन के बाद, HUL आइसक्रीम मार्केट में अपनी स्थिति को और मजबूत करने की कोशिश करेगा। कंपनी इस नई इकाई के जरिए अधिक कुशलता से अपने कारोबार का विस्तार कर सकेगी।
यह कदम न केवल आइसक्रीम बिजनेस को एक अलग पहचान देगा, बल्कि इसे एक नए स्तर पर ले जाने में मदद करेगा। KWIL का गठन HUL की रणनीति को दर्शाता है, जो अपने विविध व्यवसायों को बेहतर प्रबंधन और संचालन क्षमता प्रदान करना चाहती है।