शुभ राजयोग में शुरू हुआ हिंदू नववर्ष, पूरे साल रहेगा शनि और मंगल का प्रभाव

हिंदू धर्म में नया साल विक्रम संवत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से शुरू होता है। इस बार नया विक्रम संवत 2081 आज 9 अप्रैल से शुरू हुआ। साथ ही इसी दिन से चैत्र नवरात्रि की भी शुरुआत होती है। 

शनि और मंगल का प्रभाव पूरे वर्ष रहेगा

वैदिक ज्योतिष के अनुसार नए साल की शुरुआत करीब 30 साल बाद शुभ राजयोग में हुई। 09 अप्रैल हिंदू नव वर्ष विक्रम संवत 2081 का पहला दिन है और यह दिन अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और शश राज योग के साथ मेल खाता है। इस बार विक्रम संवत 2081 के राजा मंगल और मंत्री शनिदेव हैं। इस बीच पूरे वर्ष शनि और मंगल का प्रभाव रहेगा। 

वैदिक पंचांग के अनुसार 09 अप्रैल से हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2081 प्रारंभ हो चुका है। हालाँकि, अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, नया साल 01 जनवरी से शुरू होता है, लेकिन हिंदू नव वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष से शुरू होता है और सभी व्रत और त्योहार हिंदू कैलेंडर की तिथियों के आधार पर मनाए जाते हैं। इस बार नया हिंदू नववर्ष विक्रम संवत बेहद खास होगा।

शुभ योग, राजयोग और नक्षत्रों में नए साल की शुरुआत

इस संवत 2081 में राजा मंगल और मंत्री शनि होंगे। शुक्र सेनापति का कार्यभार संभालेंगे और संवत्सर का वाहन बैल होगा। इस विक्रम संवत का नाम कालायुक्त होगा। इस कालायुक्त संवत के स्वामी राजा-मंगल, मंत्री-शनि, सस्येश-मंगल, दुर्गेश-शुक्र, धनेश-चंद्र, रसेश-गुरु, धनेश-शनि, निरसेश-मंगल, मांस-शुक्र, मेघेश-शुक्र हैं। 09 अप्रैल को सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और शश राज योग में हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होगी। इसके अलावा साल के पहले दिन रेवती और अश्विनी नक्षत्र का भी संयोग बन रहा है। इस दिन चंद्रमा बृहस्पति की राशि मीन में रहेगा। शनिदेव के अपनी ही राशि कुंभ में विराजमान होने से शश राजयोग भी बनेगा।

नव संवत्सर विक्रम संवत- 2081 

नव संवत प्रारंभ – 09 अप्रैल 2024

प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ- 8 अप्रैल 2024 को रात्रि 11 बजकर 50 मिनट से

प्रतिपदा तिथि समापन- 9 अप्रैल 2024 को रात्रि 08.30 बजे तक

हिंदू नववर्ष पर 3 शुभ योग

मंगलवार 9 अप्रैल को सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और शश राज योग में हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होगी। इसके अलावा साल के पहले दिन रेवती और अश्विनी नक्षत्र का भी संयोग बन रहा है। इस दिन चंद्रमा बृहस्पति की राशि मीन में मौजूद है। शनिदेव के अपनी ही राशि कुंभ में विराजमान होने से शश राजयोग भी बनेगा। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, सर्वार्थ सिद्ध योग और अमृत सिद्धि योग 09 अप्रैल को सुबह 07:32 बजे शुरू होगा। हिंदू नववर्ष का राजा मंगल और मंत्री शनि होने से सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा, लेकिन कुछ राशियों को भाग्य का साथ मिलेगा, जिससे उनके जीवन में खुशियां और अच्छे परिणाम आएंगे।