धर्मशाला, 06 मई (हि.स.)। केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को राष्ट्रपति ने डीलिट की उपाधि से सम्मानित किया गया। इस विशेष अवसर पर केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर से प्रदेश के राज्यपाल को डीलिट की मानद उपाधि प्रदान की गई। इससे पहले, राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए विवि के कुलगुरू प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय देश का अग्रणी विश्वविद्यालय है, जिसने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अपनाकर अपना पाठ्यक्रम तैयार कर लागू किया है।
विश्वविद्यालय के सभी विभागों और अध्ययन केंद्रों का उद्देश्य यह है कि हमारे युवा, जिन्होंने गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान और शिक्षण के माध्यम से डिग्री हासिल की है, आत्मनिर्भर बनें और एक मजबूत समाज का निर्माण करें। कुशल रोजगारोन्मुखी वातावरण के माध्यम से एक आत्मनिर्भर भारतीय का निर्माण कर हम एक भारत, श्रेष्ठ भारत, विकसित भारत, आत्म निर्भर भारत के सपने को साकार कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, यह हमारे विश्वविद्यालय के लिए बहुत गर्व की बात है कि राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन
परिषद (नैक) ने इस विश्वविद्यालय को ए-प्लस ग्रेड से सम्मानित किया है। उन्होंने आगे बताया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सीयू धर्मशाला को स्वायत्तता प्रदान की है, जिससे यह देश के आठ ऐसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में शामिल हो गया है। उन्होंने कहा कि सीयू के कुलपति के रूप में, यह सुनिश्चित करना मेरा कर्तव्य है कि विश्वविद्यालय अभिन्न भावना का संबंध स्थापित करके निर्धारित लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध रहे और एक विशिष्ट पहचान के साथ ज्ञान, विज्ञान और दर्शन के क्षेत्र में भारतीय चेतना का केंद्र बने। जिससे भारतीय ज्ञान की विभिन्न शाखाओं को यहां विकसित किया जा सके। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ उनके सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला ने पिछले 3 वर्षों में राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन कर देश में अनुकरणीय स्थान हासिल किया है। इस शैक्षणिक वर्ष में भी सीयू एवं अखिल भारतीय विश्वविद्यालय संघ के संयुक्त तत्वाधान में अखिल भारतीय महिला भारोत्तोलन प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में विश्वविद्यालय मेहनती, कर्मठ और समर्पित खिलाडिय़ों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में एआईयू के अध्यक्ष प्रो. जीडी शर्मा ने विद्यार्थियों को डिग्रियां आवंटित कीं। समारोह का समापन कुलसचिव प्रो. सुमन शर्मा द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।