रांची, 16 मई (हि.स.)। झारखंड हाई कोर्ट में रांची के जलस्रोतों के संरक्षण एवं रांची के तीन डैम की साफ सफाई और उसे अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर कोर्ट के स्वत संज्ञान की सुनवाई गुरुवार को हुई। सुनवाई के दौरान कोर्ट में रांची के बहुमंजिला इमारतों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की जांच के लिए छह अधिवक्ताओं की कमेटी बनाई है।
अधिवक्ताओं की यह कमेटी रांची नगर निगम के तीन अभियंताओं के साथ मिलकर इसकी जांच करेगी की जिन बहुमंजिला इमारतो में रेनवाटर हार्वेस्टिंग लगे होने का दावा रांची नगर निगम कर रही है, वह मेंटेन होता है या नहीं। रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम चालू हालत में है या नहीं। अधिवक्ताओं की कमेटी इसकी जांच कर कोर्ट को रिपोर्ट सौंपेगी।
पिछली सुनवाई में रांची नगर निगम की ओर से अधिवक्ता एलसीएन शाहदेव ने कोर्ट को बताया गया था कि राजधानी रांची के 710 बहुमंजिला इमारतों में से 648 बहुमंजिला इमारतों में वाटर हार्वेस्टिंग किया जा चुका है। जिस पर कोर्ट ने उनसे पूछा था कि जिन बहुमंजिला इमारतों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बना है। वह मेंटेन होता है या नहीं। कोर्ट ने यह भी पूछा था कि पुनदाग, कटहल मोड आदि इलाकों में बहुमंजिला इमारतों एवं अन्य भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग की गई है या नहीं।