पैसेंजर को हाइटेक सर्विस उपलब्ध : चलती ट्रेन में ऑनलाइन पेमेंट का नवाचार शुरु

जोधपुर, 22 मई (हि.स.)। रेलवे ने ट्रेनों में टीटीई का कार्य पेपरलेस बनाने की दिशा में एक कदम और बढ़ाते हुए ऑनलाइन पेमेंट का नवाचार शुरू किया है। इसके तहत कागज पर प्रिंट होने वाले रिजर्वेशन चार्ट को रेलवे ने पहले ही हाईटेक करते हुए इसे टीटीई को उपलब्ध कराई गई एचएचटी (हैंड हेल्ड टर्मिनल) मशीन में समायोजित कर दिया है। इससे ट्रेन में रिजर्व टिकटों की जांच ऑनलाइन होना प्रारंभ हो गई है। स्टेशनों पर टीटीई में चार्ट का आदान-प्रदान भी बंद हो गया है। अब चलती ट्रेन में ऑनलाइन पेमेंट के सिस्टम ने रेलवे ने टिकट जांच के साथ-साथ लेनदेन का काम भी आसान बना दिया है।

जोधपुर डीआरएम पंकज कुमार सिंह ने बताया कि ट्रेन में पैसेंजर को हाईटेक सर्विस उपलब्ध करवाने की दिशा में लगातार किए जा रहे नवाचारों में टीटीई की एचएचटी मशीन से चलती ट्रेन में ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा लागू की गई है जिससे कैशलेस ट्रांजेक्शन विजन को बढ़ावा मिलेगा और यात्रियों को भी आसानी होगी।

सीनियर डीसीएम विकास खेड़ा ने बताया कि रेल मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार जोधपुर मंडल पर टीटीई के पास करीब तीन सौ हैंड हेल्ड टर्मिनल में मौजूद ऑनलाइन पेमेंट के लिए क्यू आर कोड को अपडेट कर दिया गया है। जिससे आरक्षित कोचों में कार्यरत टीटीई ने डिजिटल पेमेंट लेना शुरू भी कर दिया है। इसके लिए टीटीई का संबधित ट्रेन में कार्य हेतु कंप्यूटर में साइन ऑन होना जरूरी होगा। एचएचटी से ऑनलाइन भुगतान लेने से टीटीई का काम और आसान हो गया है क्योंकि ट्रेन में पैसेंजर्स से लिया गया ऑनलाइन पेमेंट सीधा रेलवे बुकिंग में ट्रांजेक्ट होता है और एचएचटी मशीन में इसका रिकॉर्ड भी रहता है।

टीटीई के पास अत्याधुनिक एचएचटी मशीन से रेलवे के बरसों पुराने रिजर्वेशन चार्ट का प्रचलन लगभग बंद हो गया है। अब टीटीई के हाथ में चार्ट की जगह इन मशीनों ने ले ली है जिसमें यात्री के आरक्षण का पूरा ब्यौरा व्यवस्थित हो गया है। टीटीई अपनी मर्जी से उसमें किसी भी तरह का परिवर्तन नहीं कर सकते। इस मशीन को हैंडल करने के लिए सभी टीटीई को प्रशिक्षित किया जा चुका है। खुद टीटीई इस नई व्यवस्था से संतुष्ट हैं।