उत्तराखंड में केदारनाथ धाम की यात्रा 10 मई से शुरू होगी, जिसके लिए लाखों लोगों ने पंजीकरण कराया है और धीरे-धीरे तीर्थयात्रियों का आना शुरू हो गया है। इस बीच राज्य के विभिन्न जिलों में मौसम ने करवट ले ली है. कई जगहों पर बारिश और ओलावृष्टि की भी खबरें हैं. अलमोड़ा-सोमेश्वर क्षेत्र में बादल फटने की खबर है.
अल्मोडा-कौसानी हाईवे पर मलबा आ गया है, जिसके कारण हाईवे पिछले 12 घंटों से बंद है. हालांकि, बारिश के कारण जंगल की आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है. लेकिन बदलते मौसम के कारण पूरा जनजीवन प्रभावित हो गया है. उत्तराखंड के अल्मोडा के अलावा बागेश्वर में बादल फटा और उत्तरकाशी के पुरोला में भारी ओलावृष्टि हुई. बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. इसके साथ ही आईएमडी ने 13 मई तक उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में हल्की बारिश की भी भविष्यवाणी की है . आईएमडी ने यात्रियों से बारिश के दौरान पहाड़ी ट्रेक पर जाने से बचने का आग्रह किया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मानसून आपदा को कम करने और चारधाम प्रबंधन पर अधिकारियों के साथ अहम बैठक की.
बीते बुधवार को रुद्रप्रयाग में हुई बारिश से जंगलों में लगी आग पर काबू पा लिया गया है. बारिश के कारण गंगोत्री हाईवे पर कई जगहों पर पानी भर गया है. बारिश का असर बागेश्वर और टिहरी जिले में भी देखने को मिला है, जिससे जंगलों की आग पर काबू पा लिया गया है. मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, आज राज्य के ज्यादातर इलाकों में बादल छाए रहने की संभावना है. देहारदून और आसपास के इलाकों में हल्की बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हो सकती है. इसके अलावा कुछ जगहों पर बिजली गिरने की चेतावनी भी जारी की गई है.