हिमाचल में 11 जुलाई से भारी वर्षा का अलर्ट, 70 सड़कें बंद

Himachal Pradesh, 8 जुलाई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में मानसून जमकर बरस रहा है। अब तक राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में मानसून की सामान्य से ज्यादा वर्षा हुई है। हालांकि बीते 24 घंटे में प्रदेश में सामान्य बारिश दर्ज की गई है। राजधानी शिमला में पिछले दो दिन से भारी वर्षा हो रही है। सोमवार को भी यहां जोरदार वर्षा हुई, जिसका सामान्य जनजीवन पर असर देखा गया। आगामी दिनों में पूरे प्रदेश में व्यापक वर्षा होने का अनुमान है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक 10 जुलाई के बाद हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मानसून रफ्तार पकड़ेगा। इस दौरान प्रदेश के कई इलाकों में भारी से भारी बारिश दर्ज होने की आशंका है।

केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि 10 जुलाई तक प्रदेश में सामान्य से मध्यम स्तर की बारिश होने की संभावना है। इसके बाद तीन दिनों तक प्रदेश में बारिश बढ़ने का पूर्वानुमान है। इस दौरान प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी से भारी बारिश होने की भी संभावना है। 14 जुलाई तक प्रदेश भर में मौसम खराब रहेगा। बीते 24 घण्टों के दौरान बिलासपुर जिला के मलगरां में सर्वाधिक 70 मिलीमीटर वर्षा हुई है। इसके अलावा शिमला व कसौली में 40-40, कसौल व रामपुर में 30-30, नाहन, काहू, पंडोह, सराहन, घुमारवीं और मशोबरा में 20-20, पालमपुर, बिलासपुर, जुब्बल और जोगिन्दरनगर में 10-10 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है।

भूस्खलन से एक एनएच सहित 70 सड़कें बंद
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को भूस्खलन से राज्य में एक नेशनल हाइवे और 70 सड़कें बंद हैं। किन्नौर के नाथपा में एनएच-पांच पर वाहनों की आवाजाही ठप है। मंडी जिला में सबसे ज्यादा 31 सड़कें बंद हैं। शिमला में 26,
सिरमौर व किन्नौर में चार-चार, हमीरपुर व कुल्लू में दो-दो और कांगड़ा में एक सड़क अवरुद्ध हुई है।

रिपोर्ट के अनुसार व्यापक वर्षा से 84 ट्रांसफार्मरों के खराब होने से बिजली गुल है। कुल्लू में 36, शिमला में 35, मंडी में 10 और चम्बा जिला में तीन ट्रांसफार्मर बंद हैं। इसके अलावा भारी वर्षा शिमला में 39, बिलासपुर में 10 और चम्बा में 2 पेयजल स्कीमें भी ठप पड़ी हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक आगामी दिनों में जोरदार वर्षा से भूस्खलन की घटनाएं बढ़ सकती हैं। इस दौरान लोगों व सैलानियों को एहतियात दी गई है कि यदि घर से निकलना बहुत ज्यादा जरूरी हो तभी घर से निकले अन्यथा यात्रा करने की कोशिश कम करें। पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के दौरान भूस्खलन के चलते बोल्डर गिरने आशंका बनी रहती है। लोगों से नदी-नालों के भी समीप न जाने की अपील की गई है।