धमतरी, 28 मई (हि.स.)।नौतपा की गर्मी में सूर्य एक बार फिर अपना रौद्र रूप दिखाने लगा है। दोपहर में तापमान का पारा 43 डिग्री तक चढ़ने के कारण गर्मी और उमस से लोगों की बेचैनी बढ़ गई है। सड़कों और गलियों में सन्नाटा पसर जाता है। वहीं गर्मी का विपरीत असर लोगों की सेहत पर भी पड़ने लगा है। मौसम विभाग ने पहले ही अन्य जिलों के साथ धमतरी जिले में हीट वेव (लू असामान्य रूप से गर्म मौसम) की जानकारी दी थी। मंगलवार को यह स्थित सुबह साढ़े 11 बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रही।
नौतपा में अत्यधिक गर्मी और उमस पड़ने से एक बार फिर लोग गर्मी से बेचैन होने लगे हैं। 28 मई को दोपहर तापमान का पारा 43 डिग्री चढ़ गया। तेज धूप, भारी गर्मी और उमस के बीच लोग घरों में दुबक गए। शहर व गांवों की गलियों में सन्नाटा पसर गया। कामकाजी लोग सिर में गमछा, हाथ में स्कार्फ पहनकर घरों से बाहर निकले। कई लोग छतरी के सहारे धूप से बचने कोशिश करते हुए चल रहे थे। भारी गर्मी और उमस के चलते घरों में पंखा व कूलर काम नहीं कर रहा।
शासकीय दफ्तरों में भी गर्मी से अधिकारी-कर्मचारी परेशान रहे। अचानक गर्मी बढ़ने के कारण लोगों की सेहत पर इसका विपरीत असर पड़ रहा है। डा सीएल साहू का कहना है कि अचानक 43 डिग्री तेज धूप पड़ने की वजह से शरीर में इसका विपरीत असर पड़ रहा है। लोग कई तरह की परेशानियां लेकर अस्पताल में उपचार कराने पहुंच रहे हैं। गर्मी से बचने लोग हर संभव प्रयास करें। बेवजह धूप पर न निकले। घरों से बाहर निकलें तो सिर को गमछा से ढंके या फिर टोपी व चश्मा का उपयोग करें। तेज धूप के चलते लू लगने की आशंका बना रहता है। शरीर में पानी की मात्रा कम होने न दें। पानी का सेवन अधिक से अधिक करें, ताकि शरीर में पानी की मात्रा बना रहे। मौसम में बदलाव होने का शरीर पर सीधा असर पड़ता है।
लू लगने पर यह करें उपाय
इसके लिए बहुत अनिवार्य न हो तो घर से बाहर ना जाये। धूप में निकलने से पहले सर व कान को कपड़े से अच्छी तरह से बांध ले पानी अधिक मात्रा में पीएं अधिक समय तक धूप में न रहे। गर्मी के दौरान मुलायम सूती कपड़े पहने ताकि हवा और कपड़े पसीने को सोखते रहे। अधिक पसीना आने की स्थिति में ओआरएस घोल पीएं। चक्कर, उल्टी आने पर छायादार स्थान पर विश्राम करें। शीतल पेय करें। जल पीएं, फल का रस, लस्सी व अन्य तरल पेय पदार्थ का सेवन करें। प्रारंभिक सलाह के लिए 104 आरोग्य सेवा केंद्र से निश्शुल्क परामर्श लें। उल्टी, सर दर्द, तेज बुखार की दशा में निकट के अस्पताल अथवा स्वास्थ्य केंद्र से जरूरी सलाह लें।
भीषण गर्मी में लू से बचाव को लेकर क्या करें
लू बचाव के लिए पर्याप्त पानी पीएं भले ही प्यास न लगे, मिर्गी या हृदय, गुर्दे या लीवर से संभावित रोग चाले जो तरल प्रतिबंधित आहार लेते हो या जिनको द्रव्य प्रतिधारण की समस्या है, उनको तरल सेवन बढ़ाने से पहले डाक्टर से परामर्श करना चाहिए। हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें। अपने आप को हाइड्रेटेड रखने के लिए ओआरएस घोल, घर के बने पेय जैसे- लस्सी, नींबू का पानी, छाछ आदि का सेवन करें।
क्या न करें
धूप में बाहर जाने से बचे, नंगे पांव बाहर न जाए, दोपहर के समय खाना पकाने से बचे, शराब, चाय, काफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचे, ये शरीर को निर्जलित करते हैं। अधिक प्रोटीन वाले भोजन से बचे। सावधानियां जितना हो सके घर के अंदर रहे, नमक, जीरा, प्याज का सलाद और कच्चे आम जैसे पारंपरिक उपचार हीट स्ट्रोक को रोक सकते हैं। बंद वाहन में बच्चे और पालतू जानवरों को अकेला न छोंड़े, पंखे और नम कपड़े का प्रयोग करें।