दिल दहला देने वाली घटना, झाँसी मेडिकल कॉलेज में 10 नवजात जिंदा जले, 37 को बचाया गया

610074 Jhansifirezee

झाँसी अस्पताल में आग: झाँसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड (एसएनसीयू) में शुक्रवार रात करीब 10 बजे भीषण आग लग गई। हादसे में 10 नवजात शिशु झुलस गए। उनके शवों को कब्र से निकाल लिया गया है. आग लगने की घटना के बाद 37 बच्चों को खिड़कियां तोड़कर सुरक्षित बाहर निकाला गया, जिनका इलाज चल रहा है. झांसी अग्निकांड पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी एक्शन में आ गए हैं, घटनास्थल पर भेजे गए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. सीएम योगी ने कमिश्नर और डीआइजी से 12 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी है.

  • उत्तर प्रदेश के झाँसी में एक दुखद घटना घटी
  • मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में भीषण आग लग गई
  • आग में 10 बच्चों की मौत हो गई
  • खिड़की तोड़कर 37 बच्चों को बाहर निकाला गया
  • मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिये गये
  • यूपी के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री ने घटना पर दुख जताया है
  • मृतक बच्चों के परिजनों को आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जायेगी
  • मृतक बच्चों के परिजनों को 10 लाख मुआवजे का ऐलान

झांसी मेडिकल कॉलेज में बीती रात लगी आग में 10 मासूमों की जान चली गई. मेडिकल कॉलेज के बच्चों के आईसीयू में आग लग गई. हादसे के वक्त एनआईसीयू में 55 बच्चे थे जिनमें से 37 को सुरक्षित निकाल लिया गया। बताया जा रहा है कि सभी बच्चों को बाहरी वार्ड से बचाया गया. लेकिन अंदर के वार्ड में मौजूद बच्चों की जलने से मौत हो गई. आग लगने की घटना के बाद अस्पताल के बाहर परिजनों की भीड़ जमा हो गई है और जान गंवाने वाले बच्चों के परिजन विलाप कर रहे हैं. एक हादसे में अपने 7 महीने के बच्चे को खोने वाली एक मां ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा है कि आग लगने के बाद वह भी अपने बच्चे को बचाने के लिए दौड़ी, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.

पुलिस के मुताबिक, आग लगने की घटना के बाद 16 बच्चों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. 7 बच्चों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना रात करीब 10.30 बजे की है. आग ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग के कारण लगी. हादसे के तुरंत बाद सीएम योगी ने उच्च स्तरीय बैठक की. उन्होंने कमिश्नर और डीआइजी को 12 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने का आदेश दिया.