बेशक, ये पट्टियाँ घाव को भरने का काम करती हैं, लेकिन इस संबंध में जो शोध सामने आया है वह काफी चौंकाने वाला है। मामावेशन ने एनवायर्नमेंटल हेल्थ न्यूज के सहयोग से एक अध्ययन किया जिसमें पाया गया कि पट्टियों से कैंसर का खतरा हो सकता है। बाजार में कई कंपनियों की बैंडेज उपलब्ध हैं। अध्ययन के मुताबिक, सभी पट्टियों में कैंसर पैदा करने वाले तत्व पाए गए हैं।
जयपुर नारायण अस्पताल के मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के सलाहकार डाॅ. प्रीति अग्रवाल का कहना है कि छोटी-मोटी चोट या चोट पर बार-बार बैंडेज का इस्तेमाल करना आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। हाल ही में हुए एक शोध के मुताबिक चोट लगने पर इस्तेमाल की जाने वाली पट्टियां कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण बन सकती हैं।
अध्ययन में पाया गया कि कई लोकप्रिय ब्रांडों की पट्टियों में कैंसर पैदा करने वाले पीएफएएस जैसे रसायन होते हैं। पीएफएएस को पॉली-फ्लोरोएल्किल पदार्थ के रूप में जाना जाता है।
इसके अलावा अध्ययन से यह भी पता चला है कि बैंडेज के निर्माण में उपयोग किए जाने वाले कार्बनिक फ्लोरीन का स्तर 11 पीपीएम से 239 पीपीएम तक होता है, जिससे शरीर में कैंसर जैसी घातक बीमारी फैलने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए एहतियात के तौर पर आपको छोटी-मोटी चोटों के लिए हर बार पट्टी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।