अब तक हम यही मानते थे कि पौधों पर आधारित आहार स्वस्थ रहने का एक बेहतरीन तरीका है, लेकिन हाल ही में हुए एक अध्ययन ने इस धारणा को थोड़ा बदल दिया है। इस शोध के अनुसार, अत्यधिक प्रसंस्कृत पौधों पर आधारित भोजन हृदय रोग और समय से पहले मौत के जोखिम को बढ़ा सकता है।
यूके बायोबैंक के डेटा पर आधारित यह अध्ययन द लैंसेट रीजनल हेल्थ – यूरोप जर्नल में प्रकाशित हुआ है। शोधकर्ताओं ने 40 से 69 वर्ष की आयु के 1.18 लाख से अधिक लोगों के आहार और स्वास्थ्य रिकॉर्ड का विश्लेषण किया। अध्ययन में पाया गया कि जो लोग प्लांट-बेस्ड प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन करते हैं, उनमें हृदय रोग का जोखिम 5% और मृत्यु का जोखिम 13% अधिक होता है।
इस अध्ययन की मुख्य लेखिका डॉ. क्लेयर मैरी स्टेसी का कहना है कि हमारे अध्ययन में पाया गया है कि प्रसंस्कृत पौधे-आधारित खाद्य पदार्थों का सेवन हृदय रोग और मृत्यु के जोखिम से जुड़ा हुआ है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कुल मिलाकर, पौधे-आधारित आहार अभी भी स्वस्थ रहने का एक शानदार तरीका है। तो फिर सवाल उठता है कि ये प्रसंस्कृत पौधे-आधारित खाद्य पदार्थ क्या हैं, जो हमारे लिए हानिकारक हो सकते हैं?
ये ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें उनकी प्राकृतिक अवस्था से काफी हद तक बदल दिया गया है। इनमें अक्सर अतिरिक्त चीनी, नमक, वसा और कृत्रिम तत्व मिलाए जाते हैं। उदाहरण के लिए, पैकेज्ड नकली मांस, सब्जी हॉटडॉग, फ्रोजन फ्राइज़ पैकेज्ड स्नैक्स आदि को प्रसंस्कृत पौधे-आधारित खाद्य पदार्थ माना जा सकता है।
विशेषज्ञ
डॉ. स्टेसी आगे कहती हैं कि ये प्रोसेस्ड फूड अक्सर ताजे फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और दालों में पाए जाने वाले पोषक तत्वों से कम पौष्टिक होते हैं। साथ ही, इनमें चीनी, नमक और वसा की मात्रा अधिक हो सकती है, जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकती है। तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप प्लांट बेस्ड डाइट को पूरी तरह से छोड़ दें। हां, लेकिन जितना हो सके अपने खाने में साबुत और कम प्रोसेस्ड फूड को शामिल करें। ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दालें, नट्स और बीज आपको स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। प्रोसेस्ड फूड का सेवन कम से कम करें और ताजा, प्राकृतिक चीजों को प्राथमिकता दें।