क्या आपके घुटनों या जोड़ों में उठते-बैठते समय दर्द होता है? तो सावधान रहो। ये गठिया के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं. ऐसे में अगर जोड़ों में दर्द महसूस होना बेहद आम हो गया है तो इसे नजरअंदाज करने की गलती आपको गठिया का मरीज बना सकती है।
बीमारी का पता चलने में बहुत देर हो चुकी है
इस शोध से जुड़ी ड्यूक यूनिवर्सिटी में मेडिसिन विभाग की प्रोफेसर डॉ. वर्जिनिया ने कहा, यह बीमारी हमारे सोचने से बहुत पहले ही हम तक पहुंच जाती है। ये चौंकाने वाली बात है. जब तक हमें इस बीमारी के लक्षण दिखते हैं, तब तक हमारे जोड़ों को काफी नुकसान हो चुका होता है।
गठिया रोग से करोड़ों लोग प्रभावित हैं
गौरतलब है कि गठिया भारत में दूसरी सबसे आम बीमारी है। वहीं, अमेरिका में हर चौथा व्यक्ति इस बीमारी का शिकार है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, भारत में 6.35 करोड़ लोग गठिया से पीड़ित हैं। 1990 में यह संख्या 2.5 करोड़ थी. दुनियाभर में गठिया के मरीजों की संख्या 50 करोड़ से ज्यादा है।
गठिया के लिए जिम्मेदार कारक
गठिया के मरीजों की बढ़ती संख्या के पीछे खराब जीवनशैली की आदतें, मोटापा और चोटों में बढ़ोतरी को मुख्य कारण माना जाता है। आपको बता दें कि यह बीमारी अनुवांशिक भी होती है।
सबसे ज्यादा मरीज घुटने के गठिया के हैं
दुनिया भर में गठिया का सबसे आम प्रकार घुटने का गठिया है। इसके चलते घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी भी बढ़ गई है। गठिया के 100 से अधिक प्रकार होते हैं। इनमें से सबसे आम ऑस्टियोआर्थराइटिस है।
यह समस्या महिलाओं में सबसे आम है
इस बीमारी से पीड़ित 73% लोग 55 वर्ष से अधिक उम्र के हैं और उनमें से 60% महिलाएं हैं। दुनिया भर में ऑस्टियोआर्थराइटिस के लगभग 36.5 करोड़ मरीज हैं। ऐसे में यह शोध गठिया के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इस शोध से गठिया का शीघ्र पता लगाने और रोकथाम के लिए नए तरीके विकसित होंगे।