हरियाणा में एक बार फिर मौसम ने करवट ले ली है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से राज्य के कई जिलों में आज सुबह से बारिश शुरू हो गई। इस बदलाव ने ठंड का असर और बढ़ा दिया है।
कई जिलों में झमाझम बारिश
सोनीपत, रेवाड़ी, पानीपत, करनाल, यमुनानगर और नारनौल में आज तेज बारिश दर्ज की गई। वहीं, अन्य जिलों में हल्की बारिश से सर्द हवाओं का दौर शुरू हो गया है। इस अचानक हुए बदलाव ने ठंड को और बढ़ा दिया है।
तापमान में गिरावट दर्ज
बारिश और पहाड़ों से आ रही तेज हवाओं के कारण राज्य में तापमान में गिरावट देखी जा रही है। हवाओं की गति 8-10 किलोमीटर प्रति घंटे तक मापी गई। पिछले 24 घंटों में दिन के तापमान में लगभग 0.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है, जिससे ठंड का असर और गहराया है।
इन जिलों में बारिश और धुंध का अलर्ट
मौसम विभाग ने हरियाणा के कुछ जिलों में बारिश और धुंध को लेकर अलर्ट जारी किया है:
- मध्यम बारिश का अलर्ट: पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल।
- हल्की बारिश की संभावना: अन्य जिलों में।
- धुंध का येलो अलर्ट: हिसार, जींद, पानीपत, सोनीपत, करनाल, रोहतक, भिवानी, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, पलवल और चरखी दादरी।
11 जनवरी तक सक्रिय रहेगा पश्चिमी विक्षोभ
मौसम विभाग के अनुसार, एक नया पश्चिमी विक्षोभ 10-11 जनवरी के आसपास फिर से सक्रिय होगा। इसके चलते हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। ठंडी हवाओं के कारण दिन और रात के तापमान में और गिरावट देखने को मिल सकती है।
आने वाले दिनों में मौसम का मिजाज
चंडीगढ़ मौसम विभाग के निदेशक डॉ. सुरेंद्र कुमार ने बताया कि हरियाणा में फिलहाल ठंड से राहत मिलने के कोई संकेत नहीं हैं। राज्य में अगले कुछ दिनों तक धुंध और बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
10 जनवरी के आसपास एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है, जिससे ठंड का प्रभाव और बढ़ सकता है। पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाली हवाओं के कारण अगले कुछ दिनों में तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है।
सुझाव और सतर्कता
- धुंध और बारिश के कारण वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतें।
- बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें।
- किसानों को सलाह दी गई है कि फसल को नुकसान से बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
हरियाणा में ठंड और बारिश का यह सिलसिला फिलहाल जारी रहने वाला है। इस मौसम में सतर्क रहना और ठंड से बचाव के लिए कदम उठाना बेहद जरूरी है।