रामनवमी पर छाई खुशियां, रघुनंदन का अभिनंदन… घर-घर में वंदन

मीरजापुर, 17 अप्रैल (हि.स.)। चैत्र के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि बुधवार को मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव मीरजापुर में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान पूरा शहर भगवा रंग से रंगा दिखा।

एक ही नारा, एक ही नाम, जय श्रीराम, जय श्रीराम जैसे नारों के उद्घोष के साथ राम भक्तों ने नगर के संगमोहाल स्थित मंदिर से रामलला की भव्य शोभा यात्रा निकाली। इस अवसर पर युवाओं, समेत बच्चों और महिलाओं में गजब का जोश दिखा। चिलचिलाती धूप में भी सभी प्रभु श्रीराम के नारे लगाते बैंड बाजे की धुन पर घंटों नाचते गाते रहे। यात्रा के दौरान पुरुषों ने जहां विशेष परिधान भगवा साफा, कुर्ता-पजामा एवं महिलाओं ने साड़ी में सम्मिलित होकर मर्यादा पुरुषोत्तम का उद्घोष किया।

रामनवमी शोभा श्रीराम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति की ओर से राम नवमी के उपलक्ष्य में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा दोपहर तील बजे से श्रीहनुमान मंदिर संगमोहाल के प्रांगण से विधि विधान से पूजा अर्चना कर ढोल-नगाड़ों के साथ शुरू की गई। समिति की ओर से जगह-जगह तोरण द्वार बनाए गए थे। शोभा यात्रा संगमोहाल, कटरा कोतवाली, कच्ची सड़क, रतनगंज, तेलियागंज, डंकीनगंज, पक्की सराय, घंटाघर, बसनहीं बाजार, धुन्धी कटरा, गुड़हट्टी चौराहा, मुकेरी बाजार, लालडिग्गी, मुसफ्फरगंज, त्रिमोहानी, तिवरानी टोला, संकटमोचन, रमईपट्टी होते हुए देर रात संगमोहाल हनुमान मंदिर जाकर समाप्त हुई। रामनवमी की शोभायात्रा के लिए राम भक्तों ने पूरे नगर को भगवा रंग के पताकाओं एवं ध्वजों से पाट दिया था।

आकर्षण का केन्द्र रही झांकियां

शोभायात्रा में शामिल राम दरबार, रामलला की प्रतिमा आदि की झांकियां भी लोगों का मन मोह रही थी। नगर समेत अन्य स्थानों से आए हजारों की संख्या में श्रद्धालु महावीरी ध्वज के साथ शोभायात्रा में शामिल थे। लोगों ने जगह-जगह राम भक्तों के लिए जलपान की व्यवस्था कर रखी थी।

सुरक्षा के साथ सेवा भी, पुलिस का दिखा जज्बा

किसी भी कार्यक्रम को शांतिपूर्ण सफल बनाने के लिए मीरजापुर पुलिस लगातार अपनी भूमिका निभाते आई है। लोगों को सुरक्षा का वातावरण देने के साथ हर तरह से शोभा यात्रा के मद्देनजर प्रशासन ने अपने स्तर पर व्यापक ट्रैफिक सुरक्षा किए थे। लगातार यात्रा मार्ग को खाली करवाने में लगे रहे। यात्रा के दौरान मुख्य मार्ग पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई थी। वहीं यात्रा को देखते हुए नगर के प्रतिष्ठानों को बंद रखा गया।