गाजा में जारी संघर्ष के बीच हमास ने मंगलवार को एक अहम बयान जारी किया, जिसमें उसने एक बार में सभी इजरायली बंधकों को रिहा करने की पेशकश की है। साथ ही, संगठन ने गाजा युद्धविराम समझौते के दूसरे चरण पर चर्चा करने की प्रतिबद्धता जताई है। हमास का कहना है कि इस चरण में वह सभी बंधकों को इजरायल को सौंपने के लिए तैयार है।
हालांकि, गाजा से हमास के पूरी तरह हटने की इजरायल की शर्त पर संगठन के प्रवक्ता ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और इसे हास्यास्पद करार दिया है। यह बयान इजरायल द्वारा युद्धविराम समझौते के तहत गाजा क्षेत्र से हमास के पीछे हटने की शर्त रखने के बाद आया है।
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हमास ने कैदियों की अदला-बदली पर जताई सहमति
हमास के प्रवक्ता हेजम कासिम ने मंगलवार को कहा, “हम दूसरे चरण के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जिसमें कैदियों की अदला-बदली एक बार में की जा सकती है।” हमास की इस घोषणा से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायली बंधकों की चरणबद्ध रिहाई के खिलाफ बयान दिया था। इसके अलावा, गाजा के नागरिकों ने भी हमास से अपील की थी कि इजरायल में कैद उनके प्रियजनों को एक साथ रिहा कराया जाए।
गाजा से हमास को हटाने की शर्त को बताया अस्वीकार्य
हमास ने इजरायल द्वारा गाजा से अपने लड़ाकों को हटाने की शर्त को पूरी तरह खारिज कर दिया है। प्रवक्ता ने इसे मनोवैज्ञानिक युद्ध बताते हुए कहा, “गाजा पट्टी से हमास को हटाने की शर्त हास्यास्पद है। गाजा के भविष्य को लेकर कोई भी फैसला राष्ट्रीय सहमति के आधार पर ही लिया जाएगा।”
रिहा किए जाने वाले कैदियों की संख्या दोगुनी करने का फैसला
हमास ने शनिवार को होने वाली कैदियों की रिहाई को लेकर भी अहम घोषणा की। प्रवक्ता हेजम कासिम ने कहा कि समूह ने मध्यस्थों के अनुरोध पर रिहा किए जाने वाले बंदियों की संख्या तीन से बढ़ाकर छह कर दी है। उन्होंने कहा, “हम यह फैसला युद्धविराम समझौते की शर्तों को लागू करने की गंभीरता दिखाने के लिए ले रहे हैं।”
इसके बदले में, हमास का दावा है कि इजरायल उन कैदियों को रिहा करेगा जो आजीवन कारावास और लंबी सजा काट रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इजरायल इस प्रस्ताव पर क्या प्रतिक्रिया देता है और युद्धविराम समझौते को लेकर आगे क्या कदम उठाए जाते हैं।