अमेरिकी कांग्रेस ने यूएसएआईडी के आतंकवादी-घोषित समूहों के साथ कथित संबंधों पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि बिडेन प्रशासन के दौरान आतंकवादी समूहों को लाखों डॉलर की सहायता प्रदान की गई। दरअसल, लागत कम करने के लिए ट्रम्प ने DOGE (सरकारी दक्षता विभाग) नामक एक अलग मंत्रालय बनाया है।
अब इन देशों को ऐसी कोई राशि नहीं मिलेगी।
DOGE ने कहा कि वह USAID के तहत दुनिया भर के देशों को दिए जाने वाले 723 मिलियन डॉलर के अनुदान को रद्द कर रहा है। इसका मतलब यह है कि इन देशों को अब ऐसी कोई राशि नहीं मिलेगी।
हमास को 2 बिलियन डॉलर
बिडेन प्रशासन के दौरान आतंकवादी समूहों को प्राप्त सहायता के संबंध में DOGE और अमेरिकी संघीय कर्मचारियों द्वारा गठित समिति के समक्ष सुनवाई हुई। इस अवधि के दौरान ली गई गवाही के अनुसार, बाइडेन प्रशासन के तहत 7 अक्टूबर 2023 से यूएसएआईडी द्वारा हमास की सहायता के लिए 2 बिलियन डॉलर से अधिक की धनराशि भेजी गई है।
यूएसएआईडी ने भारत विरोधी संगठन को वित्तीय सहायता प्रदान की
रिपोर्ट के अनुसार, यूएसएआईडी ने एक भारत विरोधी संगठन को वित्तीय सहायता प्रदान की, जिसे अमेरिकी सरकार द्वारा आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है। उन्होंने पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के मुखौटा संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) को वित्तीय सहायता प्रदान की।
लश्कर वही आतंकवादी संगठन है जिसने 26/11 मुंबई हमलों को अंजाम दिया था।
लश्कर वही आतंकवादी संगठन है जिसने 26/11 मुंबई हमलों को अंजाम दिया था। इस हमले में 166 लोग मारे गये और 300 से अधिक घायल हुए। DOGE ने पहले ही दावा किया है कि USAID ने जांच के बावजूद फाउंडेशन को समर्थन देना जारी रखा है।