भारत की अग्रणी पैकेज्ड स्नैक और मिठाई कंपनी हल्दीराम में हिस्सेदारी खरीदने की होड़ तेज हो गई है। इस दौड़ में तीन प्रमुख कंपनियां – ब्लैकस्टोन, बेन कैपिटल, और अल्फा वेव ग्लोबल शामिल हैं। हल्दीराम, जो कि न केवल स्नैक और मिठाई के कारोबार में है, बल्कि रेस्तरां संचालन में भी सक्रिय है, अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेचने की योजना बना रहा है।
अल्फा वेव ग्लोबल ने की 1 अरब डॉलर से अधिक की पेशकश
सूत्रों के मुताबिक, अल्फा वेव ग्लोबल ने हल्दीराम में 15 से 20 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए 1 अरब अमेरिकी डॉलर (लगभग 8300 करोड़ रुपये) से अधिक की पेशकश की है।
- प्रमोटर परिवार:
- हल्दीराम के प्रमोटर अग्रवाल परिवार इस सौदे को जनवरी 2025 की शुरुआत तक अंतिम रूप दे सकते हैं।
- पहले परिवार बड़ी हिस्सेदारी बेचने की योजना में था, लेकिन अब उन्होंने कुछ ही हिस्सेदारी बेचने का निर्णय लिया है।
यह निवेश हल्दीराम को अपनी विस्तार योजनाओं के लिए फंडिंग में मदद करेगा, जिससे कंपनी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी से अपने कदम बढ़ा सकेगी।
IPO लॉन्च करने की योजना भी संभव
इस हिस्सेदारी बिक्री के बाद, हल्दीराम के प्रवर्तक भविष्य में IPO (Initial Public Offering) लॉन्च करने पर भी विचार कर सकते हैं।
- विलय प्रक्रिया:
- हल्दीराम का बिजनेस दो हिस्सों में बंटा है – दिल्ली और नागपुर यूनिट्स।
- राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) ने इन दोनों हिस्सों के विलय को मंजूरी दे दी है, हालांकि अभी अन्य नियामकीय मंजूरी का इंतजार है।
ब्लैकस्टोन और बेन कैपिटल की मजबूत दावेदारी
ब्लैकस्टोन और बेन कैपिटल पहले से ही हल्दीराम की हिस्सेदारी खरीदने की दौड़ में हैं।
- जुलाई 2024 में खबरें आईं थीं:
- ब्लैकस्टोन इंक ने हल्दीराम में हिस्सेदारी के लिए अपने ऑफर को बढ़ाया था।
- रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्लैकस्टोन और अन्य निवेशकों के एक ग्रुप ने हल्दीराम की 51% हिस्सेदारी के लिए 40,000 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी।
- इस डील के चलते हल्दीराम की अनुमानित वैल्यूएशन 70,000 से 78,000 करोड़ रुपये के बीच आंकी गई थी।
हल्दीराम की हिस्सेदारी बिक्री का महत्व
हल्दीराम में हिस्सेदारी की बिक्री:
- कंपनी के विस्तार में मदद करेगी।
- ब्रांड की वैश्विक पहुंच को बढ़ावा देगी।
- नए निवेशकों को भारत के तेजी से बढ़ते स्नैक और फूड मार्केट में प्रवेश का अवसर मिलेगा।