वाराणसी ज्ञानवापी मस्जिद में दक्षिण मुखी तहखाने की छत की मरम्मत की अनुमति को लेकर जिला जज की अदालत में आज सुनवाई होगी. इस मामले की सुनवाई 11 अप्रैल को होनी थी, लेकिन ईद की छुट्टी के कारण अब इसकी सुनवाई 12 अप्रैल को होगी.
एप्लिकेशन क्या है?
महत्वपूर्ण बात यह है कि पिछली तारीख पर काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की ओर से याचिका दी गई थी कि तहखाने के पुजारियों ने जर्जर और कमजोर छत के कारण ढहने की आशंका व्यक्त की है। जिससे जनहानि भी संभव है। ऐसे में सुरक्षा के मद्देनजर छत की मरम्मत की अनुमति दी जानी चाहिए और छत पर आवाजाही भी बंद करने का आदेश दिया जाना चाहिए.
अब तक क्या हुआ?
राखी सिंह की ओर से बंद बेसमेंट और अन्य स्थानों के वैज्ञानिक सर्वेक्षण का भी अनुरोध किया गया था. इस अर्जी पर भी सुनवाई होगी. इस संबंध में वाराणसी जिला न्यायालय में सुनवाई हुई. प्रभारी जिला जज अनिल कुमार पंचम की अदालत में दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी दलीलें पेश कीं. हिंदू पक्ष ने जहां बाकी दो तहखानों के एएसआई सर्वे की मांग को बेहतर साक्ष्य और साक्ष्य आधार के मद्देनजर जरूरी माना, वहीं मुस्लिम पक्ष ने इस पर आपत्ति जताई। हालांकि, जिला अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मामले में अगली तारीख तय कर दी.
ज्ञानवापी परिसर में माताजी की पूजा की जाएगी
खास बात यह है कि आज नवरात्रि का चौथा दिन है. ज्ञानवापी परिसर में मां गौरी की पूजा-अर्चना की जायेगी. इस पूजा में सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु शंकर जैन भी शामिल होंगे. वादिनी के नेतृत्व में अन्य महिलाएं भी मां श्रृंगार गौरी का दर्शन करेंगी। दर्शन से पहले मैदागिन से जुलूस निकाला जाएगा। इस यात्रा में विष्णु जैन के साथ-साथ वाराणसी के सभी धर्मगुरु भी शामिल होंगे. गौरतलब है कि चेतगंज स्थित सरस्वती व्रजालय में इस मामले पर फैसला लिया गया, जिसकी अध्यक्षता लालबाबू ने की. इस बैठक में धर्म की रक्षा के लिए मां गौरी के दर्शन करने की अपील की गयी. चैत्र नवरात्र के चौथे दिन 12 अप्रैल को मैदागिन स्थित गोरक्षपीठ से कलश यात्रा निकलेगी.