गुरुग्राम, 22 जून (हि.स.)। गुरुग्राम शहरी क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पर गंभीरता से ध्यान दिया जाए और कहीं भी कूड़े करकट के ढेर नजर नहीं आने चाहिए। यह आदेश मंडलायुक्त रमेश चन्द्र बिधान ने अधिकारियों को दिए। वे डीसी निशांत कुमार यादव व नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त डॉ. बलप्रीत सिंह के साथ शहरी क्षेत्र की सफाई व्यवस्था प्रबंधों की लघु सचिवालय सभागार में समीक्षा कर रहे थे।
बैठक में मंडलायुक्त ने सफाई अभियान की निगरानी के लिए वार्ड स्तर पर नियुक्त एचसीएस स्तर के नोडल अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मंडलायुक्त रमेश चंद्र बिधान ने वैठक में कहा कि शहर में आमजन को बेहतर सफाई व्यवस्था व स्वस्थ वातावरण उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन व नगर निगम गुरूग्राम के संयुक्त प्रयासों से सेनिटेशन अभियान निरन्तर जारी है। अभियान के तहत सफाई व्यवस्था में प्रतिदिन क्या और कितना सुधार हुआ व आमजन का क्या फीडबैक रहा इसको लेकर प्रशासनिक स्तर पर निरंतरता में समीक्षा बैठक भी की जा रही है।
मंडलायुक्त ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी नोडल अधिकारी उनसे संबंधित वार्डों के अंतर्गत आने वाले घरों की गिनती करवाएं। इसके उपरांत उन घरों से कूड़े के डोर टू डोर कलेक्शन की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करें। उसमें ऐसे घरों को चिन्हित करें जो अभी भी डोर टू डोर कलेक्शन सुविधा से अछूते है। उन्होंने कहा कि रिपार्ट तैयार करते समय उसमें संबंधित वार्ड अथवा कॉलोनी में डोर टू डोर कलेक्शन के लिए प्रतिदिन कितनी गाड़ी व रिक्शा लगाई गई इसका उल्लेख जरूर हो। मंडलायुक्त ने कहा कि सभी मोनिटरिंग अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि ठेकेदार के द्वारा सफाई व्यवस्था के लिए उपलब्ध कराई जा रही मैनपावर की हाजिरी का प्रतिदिन का रिकॉर्ड रखा जाए ताकि ठेकेदार को भुगतान भी उसी आधार पर किया जा सके।
मंडलायुक्त ने निगम अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि निगम क्षेत्र में जहां कहीं भी रेहड़ी मार्किट लगाई जा रही है। उनके पास कूड़ा डालने के लिए डस्टबिन अवश्य हो। इसके बाद भी यदि कोई नियमों की अवेहलना करता पाया जाए तो उसे नोटिस जारी कर उसका चालान भी किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि निगम क्षेत्र में कहीं पर भी जीवीपी पॉइंट्स न हो। सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने में यदि कोई कर्मचारी लापरवाही बरत रहे हैं तो उसके खिलाफ नियामानुसार कारवाई होगी।