गुरुग्राम, 7 जून (हि.स.)। इस्कॉन की ओर से रविवार को शहर में भगवान जगन्नाथ यात्रा का आयोजन किया गया। सेक्टर-45 स्थित इस्कॉन मंदिर से शुरू हुई यह यात्रा नए व पुराने गुरुग्राम के कई इलाकों से होकर निकली।
इस्कॉन से जुड़े श्रद्धालु तथा स्थानीय धार्मिक प्रवृति के लोगों ने इस यात्रा में शिरकत करके भगवान जगन्नाथ को नमन किया। यह यात्रा सेक्टर 40 व 31 की मार्किट से होती हुई झाड़सा, पटेल नगर, अग्रवाल धर्मशाला, गुरुद्वारा रोड होती हुई सिद्धेश्वर मंदिर पहुंची। श्रद्धालु फूलों, पत्तों व रिब्बन से सजे विशाल रथ में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को विराजमान कराकर रथ को स्वयं ही खींच रहे थे।
श्रद्धालुओं में विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। सभी श्रद्धालु हरे रामा हरे कृष्णा का उद्घोष करते दिखाई दिए। रथ खींचने वाले श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह देखने को मिला। वे रथ खींचने के लिए प्रतीक्षा करते दिखाई दिए। रथयात्रा में श्रद्धालु विभिन्न परिधानों में सुसज्जित होकर नृत्य करते नजर आए। इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष अच्युत हरिदास ने बताया कि कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर जगन्नाथ रथयात्रा में चार चांद लगा दिए। यात्रा का मुख्य आकर्षण क्रेन के माध्यम से भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को दिया जाने वाला 56 भोग लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा।
शहरवासियों ने भी खुले दिल से जगन्नाथ रथयात्रा का विभिन्न स्थानों पर फूलों की वर्षा कर स्वागत किया। रथयात्रा को देखने के लिए शहरवासियों का सडक़ों के दोनों ओर जमावड़ा लगा रहा।
उन्होंने भगवान जगन्नाथ की अर्चना कर अपनी मनोकामना पूर्ण होने की कामना भी की। रथयात्रा में किसी प्रकार का व्यवधान पैदा न हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने भी समुचित व्यवस्था की हुई थी। यात्रा के निकलने वाले रुट पर यातायात को डायवर्ट भी कर दिया गया था, ताकि यातायात बाधित न हो और वाहन चालकों को भी किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े। बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। पुलिस के उच्चाधिकारी भी रथयात्रा की पल-पल की जानकारी लेते दिखाई दिए। महिलाएं भी इस रथयात्रा में बड़ी संख्या में शामिल हुई। उन्होंने डांडिया नृत्य की प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया।