चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल सुधार आंदोलन की कार्यकारिणी एवं प्रेसिडियम की बैठक गुरप्रताप सिंह वडाला की अध्यक्षता में हुई। जिसमें अकाली दल की वर्किंग कमेटी ने अकाल तख्त साहिब द्वारा वेतनभोगी घोषित किये गये सुखबीर बादल के इस्तीफे की निंदा की और कहा कि यह अकाल तख्त साहिब के फैसले को चुनौती देने के बराबर है.
सुधार आंदोलन के नेताओं ने श्री अकाल तख्त साहिब से अनुरोध किया कि पंजाब गहरे संकट से गुजर रहा है। पंजाब के युवा जेलों में डाले जा रहे हैं और रोजगार की तलाश में कनाडा जैसे देशों में चले गए हैं, वहां भी युवाओं पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। नेताओं ने श्री अकाल तख्त साहिब से अनुरोध किया कि पंथ और पंथ के प्रतिनिधि संगठन को बहुत नुकसान हुआ है, इस मुआवजे के लिए सभी अकाली दलों और पंथक गुटों को एक साथ लाया जाए।
इस मौके पर केंद्र सरकार और गुरुद्वारा चुनाव आयोग से सरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के आम चुनाव जल्द कराने की अपील करने का प्रस्ताव भी पारित किया गया. सुधार आंदोलन के नेताओं ने कहा कि मौजूदा हालात में सिख पंथ और खासकर पंजाब को काफी नुकसान हो रहा है. बैठक में सुखदेव सिंह ढींडसा, गुरप्रताप सिंह वडाला कन्वीनर, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, सुरजीत सिंह रखड़ा, बीबी जागीर कौर, सरवन सिंह फिल्लौर, बलदेव सिंह मान, सुच्चा सिंह छोटेपुर, प्रकाश चंद गर्ग, चरणजीत सिंह बराड़ सदस्य सचिव, सुरिंदर सिंह भुल्लेवाल, संत सिंह उमेदपुरी, जस्टिस निर्मल सिंह, बीबी परमजीत कौर गुलशन , बीबी परमजीत कौर लौंडरां, गगनजीत सिंह बरनाला, हरिंदरपाल सिंह चंदूमाजरा और हरिंदरपाल सिंह टोहरा उपस्थित थे।