गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब बर्फ की चादर से ढक गया है, बर्फ काटने का काम 20 अप्रैल से शुरू होगा.

मोहाली: गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब में 12 से 15 फीट ऊंची बर्फ जमा हो गई है. जानकारी के मुताबिक, 15 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब के पवित्र कपाट इस साल 25 मई से खुल रहे हैं. इस संबंध में गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट द्वारा प्रशासन के सहयोग से हर वर्ष कार्य किया जाता है।

ट्रस्ट के प्रधान नरिंदरजीत सिंह बिंद्रा के मुताबिक फिलहाल गुरुद्वारा साहिब के पास 12 से 15 फीट बर्फ जमा हो गई है. उन्होंने बताया कि रविवार को सेना के जवानों की एक टीम इस पवित्र स्थान का निरीक्षण करने गयी थी. उन्होंने बताया कि पवित्र झील भी पूरी तरह से बर्फ से ढकी हुई है और इसके चारों ओर बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई है.

बिंद्रा के मुताबिक, सड़क अटलकुट्टी ग्लेशियर से बर्फ काटकर बनाई जाएगी, जो गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब से करीब दो किलोमीटर पहले बनी है. बर्फ हटाने की सेवा हमेशा भारतीय सेना के जवानों द्वारा की जाती है। इस साल सेना के जवानों को 15 अप्रैल से घघरिया के लिए रवाना होना था, जहां वे गुरुद्वारा परिसर में अपना कैंप लगाएंगे और 20 अप्रैल से उनके अनुरोध पर हर दिन बर्फ काटना शुरू करेंगे इस साल उत्तराखंड सरकार और श्री हेमकुंट साहिब ट्रस्ट ने पवित्र तीर्थ श्री हेमकुंट साहिब के कपाट खोलने की तारीख 25 मई तय की है।