गुजरात में सीज़न की शुरुआत से ही अच्छी बारिश देखी गई है। अच्छी बारिश के कारण गुजरात के अधिकांश जलाशयों में पानी की अच्छी आवक हुई है.
राज्य में भारी बारिश के कारण राज्य की जीवनदायिनी सरदार सरोवर योजना में जल भंडारण 54 प्रतिशत से अधिक हो गया है. सरदार झील में फिलहाल 1,81,229 एमसीएफटी यानी कुल भंडारण क्षमता का 54.25 फीसदी पानी जमा हो चुका है.
इसके अलावा राज्य के कुल 206 जलाशयों में 1,98,227 एमसीएफटी यानी कुल भंडारण क्षमता का 35.38 प्रतिशत पानी दर्ज किया गया है.
18 जुलाई तक के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण सौराष्ट्र में तीन जलाशय पूरी तरह से ओवरफ्लो हो गए हैं. जिसमें जामनगर जिले के वागडिया और सासोई-2 बांध और सुरेंद्रनगर जिले के वंसल बांध के 100 फीसदी भर जाने पर हाई अलर्ट पर रखा गया है.
इसके अलावा राज्य के आठ बांध 80 फीसदी से 90 फीसदी तक भरने के साथ अलर्ट पर हैं, जिनमें जूनागढ़ के ओजत-2 और बंटवा-खारो बांध, मोरबी के गोदाधरोई, राजकोट के भादर-2 और भरूच के ढोली और बलदेवा, फुलजर शामिल हैं. जामनगर के -1 और पोरबंदर के सारण बांध को अलर्ट कर दिया गया है.
राज्य में कुल सात जलाशयों के 70 प्रतिशत से 80 प्रतिशत तक भरे होने की चेतावनी दी गई है, जिनमें जामनगर जिले में फुलजर (केबी), अंड-3 और रूपारेल, राजकोट में अजी-2 और न्यारी-2 और सुरेंद्रनगर में धोलीधाजा बांध शामिल हैं।
इसके अलावा दक्षिण गुजरात के 13 जलाशयों में 38.57 प्रतिशत, मध्य गुजरात के 17 जलाशयों में 37.23 प्रतिशत, सौराष्ट्र के 141 जलाशयों में 31.54 प्रतिशत, उत्तर गुजरात के 15 में 26.33 प्रतिशत, कच्छ के 20 में 22.92 प्रतिशत पानी जमा है।