गुजरात में सोशल मीडिया का एक और चिंताजनक पहलू सामने आया, जहां 10 वर्षीय एक लड़की अपने से बड़े 16 वर्षीय लड़के के साथ भाग गई। दोनों की मुलाकात इंस्टाग्राम पर हुई थी, जहां से उनकी बातचीत शुरू हुई और बाद में यह घटना घटी।
सोशल मीडिया के जरिए संपर्क और भागने की योजना
पुलिस की जांच में पता चला कि 10 वर्षीय लड़की और 16 वर्षीय लड़का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। उनकी बातचीत धीरे-धीरे दोस्ती में बदली और फिर वे एक-दूसरे के प्रति आकर्षित हो गए।
31 दिसंबर को, लड़की ने लड़के के साथ भागने की योजना बनाई। उन्होंने अपने तीन दोस्तों की मदद से धनसुरा गांव से भागकर एक अन्य गांव में शरण ली।
परिवार की शिकायत और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
लड़की के लापता होने के बाद उसके परिवार ने उसे ढूंढने की काफी कोशिश की, लेकिन असफल रहे। अंततः, उन्होंने पुलिस में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। कुछ घंटों के भीतर दोनों नाबालिगों को पास के एक गांव से ढूंढ निकाला गया। इसके बाद उन्हें जुवेनाइल होम भेज दिया गया।
मां के फोन से इंस्टाग्राम का इस्तेमाल
जांच के दौरान यह सामने आया कि लड़की ने अपनी मां के फोन का इस्तेमाल करके इंस्टाग्राम पर अकाउंट बनाया था। यहीं से वह लड़के के संपर्क में आई। दिलचस्प बात यह है कि लड़की के पिता को सोशल मीडिया या इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
घटनाएं बढ़ती चिंताओं का संकेत
यह घटना केवल गुजरात तक सीमित नहीं है। पिछले साल मध्य प्रदेश में एक ऐसी ही घटना सामने आई थी, जब 15 वर्षीय लड़की सोशल मीडिया के जरिए 27 वर्षीय व्यक्ति के साथ भाग गई थी।
मध्य प्रदेश में हाल ही में किए गए एक अध्ययन में यह पाया गया कि घर छोड़ने वाली 10 में से चार नाबालिग लड़कियां घरेलू समस्याओं के कारण ऐसा कदम उठाती हैं। सोशल मीडिया का इस्तेमाल ऐसी घटनाओं को और बढ़ावा देने का माध्यम बनता जा रहा है।
परिवारों और समाज के लिए सीख
यह घटना माता-पिता और समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि बच्चों के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बढ़ते इस्तेमाल को कैसे नियंत्रित किया जाए। सोशल मीडिया का उपयोग करते समय बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखना और उन्हें इसके खतरों से अवगत कराना बेहद जरूरी है।
पुलिस ने मामले को दर्ज कर जांच पूरी कर ली है और लड़की को परिवार को सौंप दिया गया है। अधिकारियों ने परिवारों को जागरूक करने और बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर सख्त नियम लागू करने की अपील की है।