अमृत पर्यावरण महोत्सव की तैयारियों के संबंध में दिए दिशा निर्देश

जयपुर, 5 जुलाई (हि.स.)। पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान के तहत आठ अगस्त को मनाये जाने वाले अमृत पर्यावरण महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

उन्होंने जिला परिषदों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से कहा कि इस महोत्सव के लिए सभी ने विस्तृत योजना बनाई है लेकिन इसे और भी अधिक गति दी जाए। वृक्षारोपण की जागरूकता के लिए एक जनजागरण अभियान चलाया जाए। इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर प्रभात फेरी, मशाल जुलूस व अन्य नवाचार किये जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी को वृक्षारोपण के लिए लक्ष्य आवंटित किए जाए। प्रत्येक 200 पौधों की देखरेख के लिए एक मनरेगा कर्मी को लगाया जाए।

उन्होंने कहा कि किसानों, विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों, सरकारी व निजी स्कूलों, कोचिंग संस्थानों, उद्योगों , पेट्रोल पंप संचालकों व परिवहन के साधनों का उपयोग करने वालों के लिए पौधे लगाने के लिए लक्ष्य निर्धारित किए जाए। पौधे खाली जगह में, चारागाह, श्मशान घाट, खेत की मेड पर, सड़क के किनारे, सरकारी कार्यालयों, खेल के मैदान की चार दिवारी के पास लगाए जाए। वृक्षारोपण से संबंधित आमजन को जानकारी देने के लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाए। पौधों की मॉनिटरिंग के लिए राज जियो ट्री ऐप भी बनाया गया है। इसके द्वारा नियमित रूप से पौधों की मॉनिटरिंग की जा सकती है।इसमें आम नागरिक अपने द्वारा लगाए गए पौधे की फ़ोटो एवं अन्य जानकारी भी अपलोड कर सकता है। अपलोड करने के बाद ऐप के माध्यम से सेल्फी सहित अपना प्रशस्ति पत्र भी प्राप्त कर सकता है।

पंचायती राज विभाग के राज्यमंत्री ओटाराम देवासी ने कहा कि वृक्ष जीवन का आधार है सभी लोग वृक्षों के कारण ही जिंदा हैं। वृक्षारोपण के तहत विदेशी बबूल को हटाकर देशी पौधे लगाए जाए। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री ने बालिका शिक्षा फाउंडेशन द्वारा संचालित गार्गी पुरस्कार योजना के तहत आठ हजार 185 बालिकाओं के खाते में तीन करोड़ 18 लाख 35 हजार रुपए की राशि डीबीटी के द्वारा हस्तांतरित की। इस अवसर पर पंचायती राज विभाग के शासन सचिव रवि जैन, शिक्षा विभाग के शासन सचिव कृष्ण कुणाल सहित पंचायती राज एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।