अमरूद: अमरूद एक स्वास्थ्यवर्धक फल है। इस मौसम में अमरूद खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। अमरूद खाने से पाचन तंत्र अच्छा रहता है और त्वचा भी चमकदार रहती है। अमरूद विटामिन सी, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। लेकिन फिर भी अमरूद सभी लोगों के लिए फायदेमंद नहीं है.
कुछ लोगों को अमरूद का सेवन करने से बचना चाहिए। खासतौर पर कुछ स्वास्थ्य समस्याओं में अमरूद खाने से तबीयत खराब हो जाती है। तो आइए हम आपको बताते हैं कि वो कौन सी पांच समस्याएं हैं जिनमें अमरूद खाने से बचना चाहिए।
इन 5 समस्याओं में भूलकर भी न खाएं अमरूद
अम्लता
अगर आपको पेट की समस्या है या एसिडिटी है तो अमरूद खाने से बचें क्योंकि अमरूद में एसिड और फाइबर होता है जो एसिडिटी की समस्या को बढ़ा सकता है। अमरूद खाने से सीने में बेचैनी और जलन हो सकती है। खासकर अगर आप खाली पेट अमरूद खाते हैं तो एसिडिटी की समस्या गंभीर रूप से बढ़ जाती है।
कब्ज़
अमरूद में फाइबर की मात्रा अधिक होती है जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है। लेकिन अगर आप अमरूद के बीज चबाते हैं तो इससे कब्ज की समस्या बढ़ सकती है. अमरूद के बीज पेट में चिपक जाते हैं, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
किडनी की समस्या
किडनी संबंधी समस्याओं में भी अमरूद से परहेज करना चाहिए। अमरूद में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, अगर किडनी की समस्या में अमरूद का सेवन किया जाए तो किडनी की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है। अगर किडनी से जुड़ी कोई समस्या है तो डॉक्टर की सलाह के बाद ही इस फल का सेवन करें।
मधुमेह
अमरूद में प्राकृतिक मिठास होती है. लेकिन यह मिठास मधुमेह के रोगी के लिए हानिकारक है। अधिक मात्रा में अमरूद का सेवन करने से ब्लड शुगर बढ़ सकता है। इसलिए मधुमेह रोगियों को अमरूद सीमित मात्रा में खाना चाहिए।
सर्दी और खांसी
अमरूद की तासीर ठंडी होती है। इसे खाने से सर्दी-खांसी की समस्या बढ़ सकती है. जिन लोगों को सर्दी-खांसी है उन्हें अमरूद खाने की गलती नहीं करनी चाहिए.