दिसंबर 2024 का जीएसटी कलेक्शन
दिसंबर 2024 में जीएसटी कलेक्शन 1.77 लाख करोड़ रुपये रहा। यह लगातार 10वीं बार है जब जीएसटी कलेक्शन 1.7 लाख करोड़ रुपये के ऊपर बना हुआ है। हालांकि, यह अप्रैल 2024 के रिकॉर्ड 2.1 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले कम है।
बीते 6 महीनों का प्रदर्शन (लाख करोड़ रुपये में):
- जुलाई 2024: 1.82
- अगस्त 2024: 1.75
- सितंबर 2024: 1.73
- अक्टूबर 2024: 1.87
- नवंबर 2024: 1.82
- दिसंबर 2024: 1.77
तिमाही प्रदर्शन:
अक्टूबर-दिसंबर 2024 की तिमाही में जीएसटी कलेक्शन औसतन 1.82 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछली तिमाही (जुलाई-सितंबर 2024) के औसत 1.77 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। यह वृद्धि भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता और बेहतर प्रदर्शन को दर्शाती है।
दिसंबर 2024 में वार्षिक वृद्धि:
पिछले वर्ष दिसंबर 2023 में 1.65 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले इस साल दिसंबर में कलेक्शन में 7.3% की वृद्धि हुई।
घरेलू लेन-देन और आयात से प्राप्त राजस्व:
- घरेलू लेन-देन: 1.32 लाख करोड़ रुपये (8.4% वृद्धि)
- आयात से टैक्स: 44,268 करोड़ रुपये (4% वृद्धि)
केंद्रीय और राज्य हिस्सेदारी:
- केंद्रीय जीएसटी: 32,836 करोड़ रुपये
- राज्य जीएसटी: 40,499 करोड़ रुपये
- आईजीएसटी: 47,783 करोड़ रुपये
- उपकर: 11,471 करोड़ रुपये
रिफंड और समायोजन:
दिसंबर 2024 में केंद्र सरकार ने 22,490 करोड़ रुपये रिफंड किए, जो पिछले महीने के मुकाबले 45.3% अधिक है। समायोजन के बाद, नेट कलेक्शन 1.54 लाख करोड़ रुपये हुआ।
बाजार में सकारात्मकता लौट रही:
विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में खरीदारी का माहौल बनने से जीएसटी कलेक्शन में आने वाले महीनों में तेजी देखने को मिल सकती है। प्रॉपर्टी, इंजीनियरिंग, एफएमसीजी, और ऑटो सेक्टर जैसे क्षेत्रों में बढ़ती मांग से कलेक्शन में सुधार हो सकता है।
यह आर्थिक संकेतक दर्शाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था स्थिर गति से आगे बढ़ रही है।