कठुआ 15 मई (हि.स.)। जिला उद्योग केंद्र कठुआ ने परियोजना कार्यान्वयन इकाई जम्मू के सहयोग से जम्मू कश्मीर में औद्योगिक विकास के लिए नई केंद्रीय प्रायोजित योजना की प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए समर्पित एक शिकायत निवारण कार्यशाला का आयोजन किया।
कॉमन फैसिलिटी सेंटर एसआईसीओपी गोविंदसर कठुआ के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित कार्यशाला में कठुआ क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले 15 से अधिक निवेशकों की उत्साही भागीदारी देखी गई। इसका प्राथमिक उद्देश्य एनसीएसएस ढांचे के तहत दावा दाखिल करने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना, प्रचलित सूचना अंतराल को संबोधित करना और निवेशकों द्वारा सामना की जाने वाली शिकायतों का समाधान करना था। प्रतिभागियों को इंटरैक्टिव सत्रों में शामिल किया गया जहां उन्हें पात्रता मानदंड, दस्तावेज़ीकरण आवश्यकताओं और समयसीमा सहित दावा दायर करने की प्रक्रियाओं में व्यापक जानकारी प्राप्त हुई। इससे हितधारकों के बीच गहन समझ सुनिश्चित हुई, एनसीएसएस ढांचे के भीतर पारदर्शिता और स्पष्टता को बढ़ावा मिला।
इसके अलावा कार्यशाला ने निवेशकों को अपनी चिंताओं को सीधे डीआईसी कठुआ और पीआईयू जम्मू के अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए एक मंच प्रदान किया, जिससे वास्तविक समय में स्पष्टीकरण और समाधान की सुविधा मिली। इस तरह की सक्रिय शिकायत निवारण पहल न केवल पारदर्शिता को बढ़ावा देती है बल्कि क्षेत्र में औद्योगिक विकास और निवेश के लिए अनुकूल माहौल भी तैयार करती है। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि सूचना अंतराल को पाटने और सरकार और निवेशक समुदाय के बीच विश्वास बनाने में ऐसी पहल का महत्व है। यह सहयोगात्मक प्रयास जम्मू और कश्मीर में औद्योगिक विकास के लिए अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र के पोषण के लिए डीआईसी कठुआ और पीआईयू जम्मू की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। प्रासंगिक रूप से, जम्मू और कश्मीर में औद्योगिक विकास के लिए एनसीएसएस के कुशल कार्यान्वयन और आगे बढ़ाने को सुनिश्चित करने के लिए ऐसी कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं। यह क्षेत्र में सतत आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप भी है।