Grap-3 Restrictions in Delhi NCR:दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने GRAP-3 (Graded Response Action Plan) को दोबारा लागू करने का आदेश दिया है। गुरुवार, 9 जनवरी को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 357 तक पहुंच गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। इससे पहले बुधवार को AQI 297 था, लेकिन वायु गुणवत्ता में तेज गिरावट के बाद GRAP-3 को लागू करना पड़ा।
GRAP-3 क्या है और क्यों लागू किया गया?
GRAP (Graded Response Action Plan) एक आपातकालीन उपाय है, जिसे बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लागू किया जाता है। इसे चार चरणों में बांटा गया है:
- चरण 1: AQI 201-300 (खराब)
- चरण 2: AQI 301-400 (बहुत खराब)
- चरण 3: AQI 401-450 (गंभीर)
- चरण 4: AQI 450+ (अत्यधिक गंभीर)
GRAP-3 तब लागू किया जाता है जब AQI 401-450 के बीच पहुंच जाता है। इसका उद्देश्य प्रदूषण को काबू में लाना और गंभीर स्वास्थ्य खतरों से लोगों को बचाना है।
GRAP-3 के तहत क्या-क्या प्रतिबंध लगाए गए?
1. निर्माण और तोड़फोड़ कार्यों पर पूर्ण प्रतिबंध
- गैर-आवश्यक निर्माण गतिविधियों पर रोक।
- खुदाई, मिट्टी का काम, पाइलिंग, ड्रिलिंग और बोरिंग पर रोक।
- सीवर लाइन, पानी की पाइपलाइन, ड्रेनेज और इलेक्ट्रिक केबलिंग के लिए ओपन ट्रेंच सिस्टम पर भी रोक।
2. स्कूलों में पाबंदी और हाइब्रिड मोड लागू
- कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन + ऑफलाइन) लागू।
- अभिभावकों को बच्चों को घर से पढ़ाने का विकल्प।
3. वाहन प्रतिबंध
- BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहनों के संचालन पर रोक।
- मध्यम और भारी व्यावसायिक डीजल वाहनों पर भी रोक (BS-4 से पुराने)।
- दिव्यांगजनों को इस प्रतिबंध से छूट।
4. औद्योगिक गतिविधियों पर रोक
- गैर-जरूरी औद्योगिक कार्यों पर भी प्रतिबंध।
- कोयला और लकड़ी जैसे ठोस ईंधनों का उपयोग वर्जित।
किन चीजों को छूट दी गई है?
- जरूरी सेवाओं से जुड़े वाहन और कार्य (जैसे खाद्य आपूर्ति, चिकित्सा सेवाएं)।
- इलेक्ट्रिक वाहन (EV) और CNG वाहन।
- दिव्यांगजनों के वाहनों को छूट।
- सरकारी निर्माण परियोजनाएं: जैसे अस्पताल, रेलवे, मेट्रो और हवाईअड्डे से जुड़े आवश्यक कार्य।
दिल्ली का प्रदूषण क्यों बढ़ रहा है?
- ठंड और स्थिर हवा: ठंड में हवा स्थिर हो जाती है, जिससे प्रदूषक हवा में जमा हो जाते हैं।
- पराली जलाना: आसपास के राज्यों से पराली जलाने का प्रभाव।
- वाहन और निर्माण कार्य: वाहनों का धुआं और निर्माण कार्य से निकलने वाली धूल।
GRAP-3 लागू होने के बाद क्या करें?
- मास्क पहनें: प्रदूषण से बचने के लिए मास्क का उपयोग करें।
- घर के अंदर रहें: विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को घर के अंदर रहने की सलाह।
- वाहनों का सीमित उपयोग: पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें।
- एयर प्यूरीफायर: घरों और दफ्तरों में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।
GRAP-3 का उद्देश्य क्या है?
GRAP-3 का मुख्य उद्देश्य दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करना और नागरिकों को स्वच्छ हवा उपलब्ध कराना है। इसके जरिए:
- प्रदूषण के मुख्य स्रोतों पर नियंत्रण।
- वायु गुणवत्ता में सुधार।
- लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा।