माधुरी दीक्षित के साथ सीन करने को लेकर घबराए थे गोविंद नामदेव

Anupam Kher Salman Khanwewzsdsse

मशहूर अभिनेता गोविंद नामदेव को हिंदी सिनेमा में उनके दमदार विलेन किरदारों के लिए जाना जाता है। उन्होंने ‘शोला और शबनम’, ‘सत्या’, ‘सरफरोश’ जैसी कई हिट फिल्मों में अपनी जबरदस्त एक्टिंग से अलग पहचान बनाई है। हाल ही में, एक इंटरव्यू में उन्होंने फिल्म प्रेम ग्रंथ (1996) में माधुरी दीक्षित के साथ फिल्माए गए एक सीन को लेकर अपनी भावनाएं साझा कीं। खासतौर पर, एक रेप सीन को शूट करने से पहले उनकी घबराहट और माधुरी के सहयोगात्मक रवैये के बारे में बात की।

माधुरी दीक्षित के साथ सीन करने को लेकर घबराए थे गोविंद नामदेव

हिंदी रश को दिए इंटरव्यू में गोविंद नामदेव ने बताया कि इस सीन को करने से पहले वह बेहद नर्वस थे। उन्होंने कहा, “मैं शुरू में काफी घबराया हुआ था, क्योंकि इस तरह के दृश्यों की शूटिंग बहुत संवेदनशील होती है। मुझे डर था कि कहीं कोई अनहोनी न हो जाए।”

हालांकि, माधुरी दीक्षित के प्रोफेशनल रवैये और सहयोगी स्वभाव ने उन्हें काफी सहज महसूस कराया। उन्होंने आगे कहा, “मैं इस मामले में माधुरी का बहुत बड़ा फैन बन गया। आमतौर पर, बड़ी एक्ट्रेसेज़ अपनी सीमाओं में रहती हैं, लेकिन माधुरी ने शुरुआत से ही मुझे बहुत सपोर्ट किया। जब कोई नया एक्टर पहले से ही नर्वस होता है, और उसे इतनी सहयोगी एक्ट्रेस मिल जाए, तो वह अपना 100 प्रतिशत दे सकता है।”

माधुरी दीक्षित के व्यवहार से बढ़ी हिम्मत

गोविंद नामदेव ने यह भी बताया कि यह सीन फिल्म के अंतिम शेड्यूल में शूट किया गया था। वह बार-बार हाथ जोड़कर माधुरी से कहते, “मुझे यह करना है,” और माधुरी बड़े सहज तरीके से जवाब देतीं, “हां, ठीक है।” इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा और वह सीन को बेहतर तरीके से कर पाए।

उन्होंने कहा, “जब आप इंडस्ट्री की नंबर वन हीरोइन के साथ कोई संवेदनशील सीन शूट कर रहे होते हैं, तो चीजें गलत भी हो सकती थीं, लेकिन माधुरी के सहयोग से सब कुछ सही तरीके से हो गया।”

प्रेम ग्रंथ (1996) का निर्देशन

प्रेम ग्रंथ को राजीव कपूर ने डायरेक्ट किया था और यह फिल्म 1996 में रिलीज़ हुई थी। फिल्म में ऋषि कपूर और माधुरी दीक्षित मुख्य भूमिकाओं में नजर आए थे।