पेयजल के प्रदूषण के कारणों की जांच को संयुक्त टीम हो गठित : राज्यपाल

सोलन, 22 अप्रैल ( हि. स.) । जिले के प्रवेश द्वार परवाणु क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में डायरिया के बड़ी मात्रा में मामले सामने आए हैं । गर्मियों के मौसम में जल जनित रोगों के फैलने का अंदेशा बढ़ जाता है। ऐसे में पेयजल स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए । पेयजल के प्रदूषित होने के कारणों का शीघ्र पता लगाने और इसके लिए एक संयुक्त टीम गठित की जानी चाहिए ।

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने सोमवार को सोलन जिला के परवाणु स्थित परिधि गृह में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही । बैठक में परवाणु क्षेत्र में सामने आए डायरिया के मामलों की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए किए गए उपायों की समीक्षा की गई ।

शिव प्रताप शुक्ल ने डायरिया से पीड़ित रोगियों के उपचार के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने रोगियों के उपचार एवं डायरिया की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि लोगों में जलजनित रोगों की रोकथाम के लिए बरती जाने वाली सावधानियों का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए।

उन्होंने लोगों का भी आह्वान किया कि वे नियमित तौर पर पेयजल भंडारण टैंकों की साफ-सफाई करें और इसमें निश्चित मात्रा में क्लोरीन इत्यादि डालें तथा पानी को उबालकर ही उपयोग में लाएं।