कोलकाता, 15 जुलाई (हि.स.)। राज्य सरकार ने पश्चिम बंगाल में ड्राइविंग प्रशिक्षण के लिए एक एकीकृत मॉड्यूल और मानकीकृत टेस्ट प्रारूप शुरू करने की योजना बनाई है। मोटर प्रशिक्षण स्कूलों की गुणवत्ता सुधारने और सकारात्मक प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें एक ग्रेडिंग प्रणाली के तहत लाया जाएगा। राज्य परिवहन के एक अधिकारी ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि परिवहन सचिव सौमित्र मोहन ने पहले ही ये निर्देश दिए हैं। एक मोटर वाहन निरीक्षक, जो प्रशिक्षण स्कूल से जुड़ा होगा, प्रशिक्षण मानकों को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होगा।
नए टेस्ट प्रारूप के तहत, अंतिम ड्राइविंग टेस्ट में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को ऑनलाइन प्रश्न-उत्तर पत्र का सामना करना पड़ेगा। परिवहन विभाग भी फॉर्म पांच को सभी चालकों के लिए अनिवार्य बनाने पर विचार कर रहा है।
प्रशिक्षण स्कूल लाइसेंस छोटे स्मार्ट कार्ड के रूप में जारी किए जाएंगे, जो क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (आरटीओ) में लेनदेन के लिए उपयोग किए जाएंगे।
आरटीओ को जिला मजिस्ट्रेटों के परामर्श से वॉशरूम और आगंतुकों के कमरे स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं। ड्राइविंग टेस्ट ग्राउंड पर सुरक्षात्मक शेड्स के लिए सर्वेक्षण और ड्राफ्ट योजना अनुमोदन और वित्त पोषण के लिए प्रस्तुत की जाएगी।