हिसार, 27 जून (हि.स.)। मध्यप्रदेश में मंत्रियों का अपना आयकर खुद भरने के लिए किए गए निर्णय का स्वागत करते हुए सामाजिक संस्थाा सजग ने मांग की है कि हरियाणा में भी ऐसा ही प्रावधान बनाया जाए। सजग के प्रदेशाध्यक्ष वास्तु आर्किटेक्ट सत्यपाल अग्रवाल ने इस संदर्भ में गुरुवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखा है।
उन्होेंने कहा है कि प्रदेश में निर्धारित विधान अनुसार राज्य सरकार मुख्यमंत्री और मंत्रियों को मिलने वाले वेतन व भतों पर बनने वाला आयकर सरकारी खजाने से भरती है जिसमें करोड़ों रुपए का खर्च आता है, यह प्रथा बंद होनी चाहिए। प्रदेश सरकार को इन करों का सरकारी खजाने से भुगतान करने का प्रावधान खत्म करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विधायकों और सांसदों को भी अपने वेतन और भत्तों पर आयकर दाखिल करना चाहिए।
मंत्रियों और जन प्रतिनिधियों की आय पर देय करों का बोझ आम आदमी क्यों उठाए। मंत्रियों को अपने वेतन व भत्तों पर आयकर ख़ुद भरना चाहिए, राज्य सरकार को इन करों का भुगतान नहीं करना चाहिए। अग्रवाल ने बताया कि हमारे पड़ोसी राज्यों, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल व उत्तराखंड में यह व्यवस्था बंद की हुई है। ऐसे में प्रदेश की सरकार भी वर्तमान व्यवस्था बंद कर मंत्रियों का आयकर सरकारी कोष की बजाय खुद द्वारा भरने का प्रावधान लागू करें।