ऐप्पल डिवाइस यूजर्स के लिए चेतावनी: भारत सरकार ने जारी किया अलर्ट

Apple Devices At High Risk 17381

अगर आप ऐप्पल डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए है। भारत सरकार ने हाल ही में ऐप्पल डिवाइस यूजर्स के लिए एक महत्वपूर्ण अलर्ट जारी किया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने iPads, Macs और अन्य ऐप्पल प्रोडक्ट्स में सुरक्षा खामियों के बारे में एक एडवाइजरी जारी की है। ये खामियां हैकर्स को डिवाइस पर पर्सनल डेटा चोरी करने या ऑथेंटिकेशन को बायपास करने की अनुमति देती हैं। आइए जानते हैं कि ये खामियां किस प्रकार के यूजर्स को प्रभावित कर सकती हैं और इससे बचाव के उपाय क्या हैं।

ऐप्पल के ये डिवाइस खतरे में

CERT-In ने iPads, Macs और ऐप्पल टीवी सहित कई ऐप्पल डिवाइस में सुरक्षा खामियों की रिपोर्ट दी है। इन खामियों का सबसे ज्यादा असर उन यूजर्स पर पड़ेगा जो macOS, iOS और iPadOS डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं, चाहे वह व्यक्तिगत हो या व्यवसायिक उपयोगकर्ता।

हैकर्स पर्सनल डेटा चोरी कर सकते हैं

इन खामियों को ‘हाई रिस्क’ के तौर पर वर्गीकृत किया गया है क्योंकि ये हैकर्स को गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने का अवसर देती हैं, जैसे कि अनधिकृत एक्सेस प्राप्त करना, डेटा चोरी करना, सिस्टम पर नियंत्रण हासिल करना, मनमाने कोड को निष्पादित करना, सुरक्षा प्रतिबंधों को बायपास करना, डेटा में बदलाव करना और स्पूफिंग व DoS (Denial-of-Service) हमले करना।

CERT-In के अनुसार इन खामियों का कारण:

  • नल पॉइंटर डीरेफरेंस
  • टाइप कन्फ्यूजन एरर्स
  • यूज-ऑफ्टर-फ्री एरर्स
  • आउट-ऑफ-बाउंड्स राइट्स
  • फाइल हैंडलिंग और पार्सिंग समस्याएं
  • इनपुट वेलिडेशन्स की खामियां

प्रभावित सॉफ़्टवेयर वर्जन:

  • ऐप्पल मैकओएस सिकोइया वर्जन 15.3 से पहले
  • ऐप्पल मैकओएस सोनोमा वर्जन 14.7.3 से पहले
  • ऐप्पल मैकओएस वेंचुरा वर्जन 13.7.3 से पहले
  • ऐप्पल आईपैडओएस वर्जन 17.7.4 से पहले
  • ऐप्पल आईओएस वर्जन 18.3 से पहले
  • ऐप्पल टीवीओएस वर्जन 18.3 से पहले
  • ऐप्पल विजनओएस वर्जन 2.3 से पहले
  • ऐप्पल सफारी वर्जन 18.3 से पहले
  • ऐप्पल वॉचओएस वर्जन 11.3 से पहले

सुरक्षित रहने के लिए करें यह काम

CERT-In ने यूजर्स को सलाह दी है कि वे अपने डिवाइस को समय-समय पर अपडेट करें या ऑटोमैटिक अपडेट को सक्षम करें ताकि इन खामियों का फायदा उठाने से पहले उन्हें ठीक किया जा सके। इस कदम से आपका डिवाइस सुरक्षित रहेगा और आपका डेटा भी सुरक्षित रहेगा।