सहरसा, 15 जुलाई (हि.स.)। शहर के डीबी रोड स्थित जिला परिषद के पूजा बैंकवेट हॉल में सोमवार को ऑल इंडिया सेंट्रल कौंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन के बैनर तले मजदूर अधिकार सम्मेलन का आयोजन साेमवार काे किया गया।इस सम्मेलन में संगठित और असंगठित क्षेत्र के सैकड़ो मजदूरों ने भाग लिया। इससे पूर्व भाकपा माले के कार्यकर्त्ताओं ने दर्जनों मोटरसाईकल के साथ बतौर मुख्य वक्ता ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव सह माले के विधान पार्षद शशि यादव को कुटी चौक से अगुवानी की गई।
सभा को सम्बोधित करते हुए एमएलसी शशि यादव ने कहा कि राजसत्ता व कामगार वर्ग के बीच बढ़ती दूरी,कामगारों का बेरोजगार होना और न्यूनतम मजदूरी की लूट का प्रमुख कारण देश में कॉरपोरेट कम्पनी राज को सरकार द्वारा कामगारों को ‘लूट की छूट’ देना राजसत्ता का फासीवादी चरित्र है। राज्य सत्ता सभी तरह के सार्वजनिक उद्योग धंधों का निजीकरण कर रही है।वही सरकार के द्वारा बनाए गए श्रम कानून के न्यूनतम मजदूरी मानक को लूटने के लिए कॉरपोरेट और नियोक्ता को आमंत्रित कर रही है। जिसका ताजा उदहारण श्रम मंत्रालय की अधिसूचना है। इसमें ईपीएफ फंड जमा करने में देरी पर लगाए गए ब्याज दरों में कटौती है,जो सीधे श्रमिकों के ऊपर सरकार के द्वारा कॉरपोरेट के फायदे के लिए आर्थिक हमला है।
एनजीओ व आउटसोर्स के माध्यम से सभी सरकारी व निजी कार्यों में कामगारों को न्यूनतम मजदूरी नहीं दी जा रही है। हर प्रकार से उनका शोषण किया जा रहा है तथा कामगारों को कॉरपोरेट, नियोक्ता व कंपनी का गुलाम बनाया जा रहा है। इनसे सभी प्रकार के संगठित व असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को एकत्रित कर कॉरपोरेट लूट व कम्पनी राज के खिलाफ एक निर्णायक आंदोलन का आगाज करेंगे।
उन्होंने कहा कि आगामी विधान मंडल सत्र में मजदूर स्कीम वर्कर्स की आवाज को विधान परिषद में पुरजोर तरीके आवाज को उठाएंगे।साथ ही माले के राज्य स्तरीय कार्यकर्त्ता कान्वेंशन, चलने,रसोईयां संघ का विधानसभा घेराव, 25अगस्त को खेग्रामस का विधानसभा मार्च, 01अगस्त को श्रम विभाग पर मजदूरों के सवालों पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया।
सम्मेलन में माले राज्य स्थाई समिति सदस्य बैजनाथ यादव, माले जिला सचिव ललन यादव, आरवाइए नेता संतोष राम,युवा नेता कुंदन यादव, खेग्रामस नेता वकील कुमार यादव, महासंघ गोप गुट के राज्य सलाहकार माधव प्रसाद सिंह सहित अन्य मौजूद थे।