साइबर स्कैमर्स और हमलावर आजकल आम लोगों को हैकिंग का शिकार बनाने के लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। इसीलिए सरकार इन ट्रिक्स पर नज़र रखती है और कई बार अलर्ट की घोषणा करती है। डिजिटल दुनिया में हो रही घटनाओं और खतरों को लेकर सरकार भी आगाह करती रहती है. केंद्र सरकार की डिजिटल विश्व सुरक्षा सलाहकार एजेंसी को भारतीय कंप्यूटर रिस्पांस टीम या CERT-In कहा जाता है। CERT-In की ओर से शुक्रवार को एक एडवाइजरी जारी की गई.
CERT-In ने iPhone, iPad समेत Apple प्रोडक्ट्स के लिए एक खास चेतावनी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि इन प्रोडक्ट्स में कई लूप होल हैं, जो यूजर्स के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं। इन खामियों की वजह से साइबर स्कैमर्स यूजर्स को शिकार बना सकते हैं। CERT-In ने यह जानकारी अपने प्लेटफॉर्म पर साझा की है.
साइबर फ्रॉड एक साइबर अटैक हो सकता है
Apple प्रोडक्ट्स में पाई गई खामियों के कारण साइबर हमलावर आपके डिवाइस में घुसपैठ कर आपको शिकार बना सकते हैं। इन खामियों का इस्तेमाल करके यह आपके डिवाइस, आईपैड में घुसकर आपकी निजी जानकारी चुरा सकता है। इन खामियों के कारण यह सुरक्षा प्रतिबंधों को भी दरकिनार कर सकता है।
इस संस्करण के उपयोगकर्ताओं के लिए ख़तरा
CERT-In द्वारा पाई गई खामी कई सॉफ्टवेयर वर्जन में पाई गई है। इस सूची में iOS, iPad OS के संस्करण 17.6 और 16.7.9 शामिल हैं। इसमें macOS Sonoma संस्करण 4.6 और इससे पहले का संस्करण शामिल है। यह खामी macOS Ventura के 13.6.8 और पुराने वर्जन में पाई गई है। जबकि watchOS 10.6 और इससे पहले के वर्जन में यह खामी है।
उपयोगकर्ताओं को सुरक्षा के लिए क्या करना चाहिए?
CERT-In द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, इस तरह की हैकिंग के खतरे से बचने के लिए यूजर्स को अपने डिवाइस के पुराने वर्जन को लेटेस्ट वर्जन में अपडेट करना चाहिए। जो यूजर्स डिवाइस को अपडेट नहीं करते हैं और सिक्योरिटी अपडेट नहीं करते हैं, हैकर्स इसका फायदा उठाकर आपके मोबाइल में घुसपैठ कर सकते हैं। इसलिए साइबर सुरक्षा सलाह यही है कि अपने मोबाइल और डिवाइस को हमेशा अपडेट रखें, साथ ही सुरक्षा भी अपडेट रखें।