यूनिवर्सिटी और कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों के लिए छात्रवृत्ति बहुत महत्वपूर्ण होती है। ग्रामीण इलाकों से आने वाले गरीब छात्रों के लिए छात्रवृत्ति ही एकमात्र सहारा होती है। लेकिन, कई बार कुछ तकनीकी कारणों से छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिल पाती है। कल बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के एक छात्र ने छात्रवृत्ति न मिलने के कारण आत्महत्या कर ली। जांच में पता चला है कि छात्र को कुछ तकनीकी कारणों से पैसे नहीं मिले।
राज्य सरकार एक बार फिर छात्रवृत्ति पोर्टल खोलने जा रही है। पोर्टल 10 जुलाई से शुरू होगा। इससे पहले छात्र अपने सभी दस्तावेज जांच कर सही करवा लें। फॉर्म भरते समय छात्रों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, ये बातें हमें ओबीसी कल्याण विभाग के उपनिदेशक आरडी यादव ने बताई। सामान्य और एससी, एसटी छात्रों के लिए पोर्टल 10 जुलाई से खुलेगा। पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए शेड्यूल जल्द ही जारी किया जाएगा।
सभी दस्तावेज तैयार रखें
आरडी यादव ने कहा कि छात्र छात्रवृत्ति फॉर्म भरने के लिए अंतिम तिथि का इंतजार न करें। अपने सभी दस्तावेज तैयार कर लें और उनका सत्यापन भी करा लें। सभी दस्तावेज समय पर जमा कर दें और पोर्टल पर अपडेट को नियमित रूप से चेक करते रहें। कॉलेज या विश्वविद्यालय स्तर पर कोई त्रुटि हो तो उसे ठीक करा लें। साथ ही यह भी सुनिश्चित कर लें कि आपके कॉलेज या विश्वविद्यालय से दस्तावेज समय पर अग्रेषित हो गया है।
ये काम करें
आरडी यादव ने कहा कि छात्र इस बात का ध्यान रखें कि छात्रवृत्ति के लिए वे कई बैंक खाते न खोलें। एक ही खाता संचालित करें और उसी से आवेदन करें। बैंक खाते की आधार सीडिंग अवश्य करवाएं। इसके साथ ही अपने बैंक खाते की जानकारी नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) पर अपलोड करें। ध्यान रखें कि जिस बैंक खाते से आधार सीडिंग जुड़ी है, उसे एनपीसीआई पर अपलोड करें।