कर्ज लेने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी, जल्द सस्ती हो सकती है आपकी EMI, जानिए कब और क्यों

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News India Live, Digital Desk: अगर आप होम लोन, कार लोन या पर्सनल लोन की भारी-भरकम EMI भरते-भरते थक गए हैं, तो आपके लिए राहत की खबर आ सकती है. देश में महंगाई दर (Inflation) में कमी के संकेतों के बीच, ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) जल्द ही अपनी ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. अगर ऐसा होता है, तो इसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा और लोन की किस्तें (EMI) सस्ती हो जाएंगी.

क्यों मिल रहे हैं EMI सस्ती होने के संकेत?

दरअसल, देश की आर्थिक स्थिति पर नजर रखने वाली कई बड़ी रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि RBI अगले कुछ महीनों में रेपो रेट (Repo Rate) में कटौती का फैसला ले सकता है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, खुदरा महंगाई दर में नरमी को देखते हुए रिजर्व बैंक 2025 की शुरुआत में ब्याज दरें घटाने का सिलसिला शुरू कर सकता है.

जब देश में महंगाई बहुत ज़्यादा होती है, तो RBI उसे काबू में करने के लिए रेपो रेट बढ़ा देता है. इससे बैंकों के लिए RBI से कर्ज लेना महंगा हो जाता है और फिर बैंक भी ग्राहकों के लिए लोन महंगा कर देते हैं. अब जब महंगाई नीचे आ रही है, तो RBI रेपो रेट घटा सकता है, ताकि बाजार में पैसों का फ्लो बढ़े और आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार मिले.

क्या होता है रेपो रेट और आपकी EMI से इसका क्या कनेक्शन?

रेपो रेट वह दर होती है, जिस पर RBI देश के बाकी बैंकों को कर्ज देता है. जब रेपो रेट कम होता है, तो बैंकों को सस्ता कर्ज मिलता है, जिसका फायदा वे अपने ग्राहकों को सस्ती ब्याज दरों पर होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन देकर पहुंचाते हैं. इसका सीधा मतलब है- आपकी EMI का बोझ कम होना.

कब से नहीं बदली हैं ब्याज दरें?

आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने फरवरी 2023 से रेपो रेट को 6.50% पर स्थिर रखा हुआ है. यानी लगभग डेढ़ साल से भी ज़्यादा समय से आपकी EMI में कोई बड़ी राहत नहीं मिली है. लेकिन अब जिस तरह से महंगाई काबू में आती दिख रही है, उससे उम्मीद की एक नई किरण जगी है.

हालांकि, इस पर आखिरी फैसला RBI की आने वाली बैठकों में ही लिया जाएगा, लेकिन जानकारों का मानना है कि लोन लेने वालों के लिए 'अच्छे दिन' अब ज़्यादा दूर नहीं हैं.

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