
Gold-Silver Price Today – भारत में भले ही सोने की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हों, लेकिन लोगों की इस पीली धातु के प्रति दीवानगी कम नहीं हो रही। निवेश से लेकर शादी-ब्याह और त्योहारी खरीदारी तक, सोना भारतीयों के जीवन में एक अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में अगर आप भी सोने या चांदी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि आज 10 अप्रैल को बाजार में इन दोनों धातुओं की कीमत क्या चल रही है।
24 कैरेट बनाम 22 कैरेट सोना – पहले समझिए फर्क
सोने की खरीदारी से पहले आपको यह जान लेना चाहिए कि 24 कैरेट सोना पूरी तरह से शुद्ध होता है यानी इसमें कोई मिश्र धातु नहीं होती। वहीं 22 कैरेट सोना 91.67% शुद्ध होता है और इसमें चांदी या तांबे जैसी धातुओं की थोड़ी मात्रा होती है। आमतौर पर गहनों के लिए 22 कैरेट सोना ही ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है, जबकि 24 कैरेट सोना निवेश और सिक्कों के रूप में पसंद किया जाता है।
10 अप्रैल को सोने की कीमतें (Today’s Gold Price in India)
इन रेट्स में छोटे स्तर पर शहर दर शहर मामूली अंतर हो सकता है:
प्रकार | प्रति ग्राम कीमत |
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24 कैरेट | ₹9,060 |
22 कैरेट | ₹8,306 |
18 कैरेट | ₹6,796 |
पिछले कुछ समय से सोने की कीमतों में स्थिरता देखी जा रही है, जिससे निवेशकों में थोड़ी बेचैनी भी देखी गई। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह वक्त सोने में लॉन्ग-टर्म निवेश करने के लिहाज से काफी मुफीद है, खासकर जब महंगाई के दौर में सोना एक मजबूत कवच की तरह काम करता है।
आज की चांदी की कीमत (Silver Price Today)
ग्राम | कीमत (INR) |
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1 ग्राम | ₹92.90 |
8 ग्राम | ₹743.20 |
10 ग्राम | ₹929 |
100 ग्राम | ₹9,290 |
1 किलोग्राम | ₹92,900 |
चांदी भी तेजी से लोकप्रिय निवेश विकल्प बनती जा रही है, खासकर जब इसकी औद्योगिक उपयोगिता और बढ़ती मांग को देखा जाए।
किन वजहों से बदलती हैं भारत में सोने की कीमतें?
भारत में सोने की कीमतें सिर्फ स्थानीय डिमांड पर नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार की चाल पर भी निर्भर करती हैं। इन प्रमुख कारणों पर डालते हैं एक नजर:
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वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव
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अमेरिकी डॉलर की मजबूती या कमजोरी
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आयात शुल्क और टैक्स स्ट्रक्चर
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बैंकों की ब्याज दरें
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मौसमी मांग (शादी-ब्याह और त्योहार)
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मुद्रास्फीति की दरें (Inflation)
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डॉलर के मुकाबले रुपए की स्थिति
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सोने की अंतरराष्ट्रीय हाजिर कीमत
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गोल्ड रिजर्व की उपलब्धता और आयात मात्रा
जब महंगाई बढ़ती है, तो लोग अपनी संपत्ति की वैल्यू को बचाए रखने के लिए सोने की ओर रुख करते हैं। इस वजह से इसकी मांग बढ़ती है और साथ ही कीमतें भी। दूसरी ओर, जब ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो लोग फिक्स्ड इनकम निवेश विकल्पों की तरफ मुड़ जाते हैं, जिससे सोने की मांग घट जाती है।
क्या ये निवेश करने का सही वक्त है?
अगर आप लॉन्ग टर्म में निवेश करना चाहते हैं, तो सोना और चांदी दोनों ही बेहतरीन विकल्प साबित हो सकते हैं। महंगाई से सुरक्षा के साथ-साथ ये दोनों धातुएं पोर्टफोलियो में स्थिरता भी लाती हैं। ऐसे में आज के भाव को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि मौजूदा कीमतें एक संतुलित निवेश अवसर प्रदान कर रही हैं।